यूरिन का बार-बार आना और इतनी तेजी से आना कि पेशाब को कंट्रोल करना मुश्किल हो जाए, इसे ओवरएक्टिव ब्लैडर सिंड्रोम (Overactive Bladder – OAB) कहा जाता है। यह एक ऐसी स्थिति होती है, जिसमें व्यक्ति को अचानक पेशाब आने की तीव्र इच्छा होती है और कई बार टॉयलेट तक पहुंचने से पहले ही लीक हो जाता है। पेशाब पर कंट्रोल खो देना इस स्थिति का आम लक्षण है। ओवरएक्टिव ब्लैडर आमतौर पर वृद्ध लोगों में ज्यादा देखा जाता है, लेकिन यह समस्या युवाओं, महिलाओं में खासतौर पर डिलीवरी के बाद और मधुमेह या न्यूरोलॉजिकल समस्याओं से ग्रस्त लोगों में भी हो सकती है। कई लोग इस परेशानी को शर्मिंदगी या हिचकिचाहट के कारण नजरअंदाज करते हैं। वे न तो अपने परिवार से इस बारे में बात करते हैं और न ही डॉक्टर से सलाह लेते हैं, जिससे समस्या और बढ़ जाती है।

अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो यह न केवल दिनचर्या को प्रभावित करती है, बल्कि मानसिक तनाव, नींद की कमी और सामाजिक दूरी जैसी समस्याएं भी पैदा कर सकती है। ओवरएक्टिव ब्लैडर की समस्या के मुख्य पांच कारण हो सकते हैं जैसे

  1. खराब लाइफस्टाइल और खराब डाइट। खराब डाइट से मतलब है कैफीन का ज्यादा सेवन, धूम्रपान करना,अल्कोहल का सेवन करना शामिल है।  
  2. तनाव इस बीमारी को बढ़ा सकता है। तनाव के कारण ब्लैडर की मांसपेशियां अधिक सक्रिय हो सकती हैं और OAB के लक्षण बढ़ सकते हैं।
  3. कुछ न्यूरोलॉजिकल समस्याएं जैसे कि मल्टीपल स्केलेरोसिस या पार्किंसंस रोग भी OAB के लक्षणों को बढ़ा सकते हैं।
  4. मूत्र मार्ग में संक्रमण भी OAB के लक्षणों को बढ़ा सकता है।
  5. हॉर्मोनल परिवर्तन भी OAB के लक्षणों को बढ़ाने में जिम्मेदार हो सकता है।

एक्सेस एडवांस यूरोलॉजी सेंटर, नई दिल्ली में डायरेक्टर एंड फाउंडर, सीनियर कंसल्टेंट यूरोलॉजी एंड एंड्रोलॉजी में डॉक्टर आशीष सैनी ने बताया अर्जेंसी इंकॉन्टीनेंस ओवर एक्टिव ब्लैडर का प्रमुख कारण है। इस बीमारी का पता लगाने के लिए सबसे पहले यूरिन इंफेक्शन का पता लगाना जरूरी होता है।

OAB का पता कैसे लगाएं?

एक्सपर्ट ने बताया ओवरएक्टिव ब्लैडर का पता लगाने के लिए यूरिन का टेस्ट करना जरूरी है। यूरिन रूटीन,माइक्रोस्कोप और कल्चर का टेस्ट करके इस परेशानी का पता लगाया जा सकता है। अल्ट्रासाउंड भी कराकर  इस परेशानी का पता लगाया जा सकता है। महिलाओं में स्ट्रेस की वजह से ये परेशानी हो सकती है। अगर OAB की परेशानी 50 साल के बाद होती है तो उसके लिए PSA टेस्ट करते हैं।

OAB से बचाव कैसे करें

  • OAB की परेशानी से जूझ रहे हैं तो आप सबसे पहले लाइफस्टाइल में बदलाव करें। धूम्रपान छोड़ें और नियमित व्यायाम करें।
  • एक्सपर्ट ने बताया इस परेशानी में ज्यादा पानी पीने से परहेज करें। आप पूरा दिन में 8-10 गिलास ही पानी पिएं।
  • अगर आप बीयर पीते हैं तो उससे परहेज करें। क्योंकि बीयर का सेवन पेशाब की मात्रा को बढ़ाता है।  
  • पेशाब को कुछ समय रोकने की आदत डालें।
  • कीगल एक्सरसाइज करें।  पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज (Kegel Exercises) मांसपेशियों को मजबूत बनाती है।
  • डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाओं का सेवन करें। 

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