भूटान में कोरोना विषाणु संक्रमण रोधी टीकाकरण अभियान की शुरुआत के पहले दिन से लेकर अब तक टीकाकरण का ग्राफ हर दिन ऊपर की तरफ ही बढ़ रहा है। यह तेजी से टीका लगाने के लिए जाने जा रहे इजरायल, अमेरिका, बहरीन और अन्य देशों से आगे निकल चुका है। देश में महज 16 दिनों के भीतर 93 फीसद वयस्कों को कोरोना रोधी टीका लगाया जा चुका है।
इन देशों को यहां तक पहुंचने में महीनों लगे जहां भूटान अब पहुंच चुका है। ये देश कोरोना विषाणु संक्रमण के मामले बढ़ने के मद्देनजर टीकाकरण अभियान को तेजी से बढ़ाने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। लेकिन भूटान में टीकाकरण अभियान लगभग समाप्ति पर है जो महज 16 दिन पहले शुरू हुआ था। भारत और चीन के बीच स्थित छोटे से इस हिमालयी देश ने 27 मार्च के बाद से करीब 93 फीसद वयस्क आबादी को टीका लगा दिया है।
देश की कुल आठ लाख आबादी में से 62 फीसद को टीका लग चुका है। त्वरित टीकाकरण के बाद यह छोटा सा राष्ट्र अब सेशेल्स से थोड़ा ही पीछे है जिसने अपनी 1,00,000 की आबादी में से 66 फीसद को टीका दे दिया है। कम आबादी के चलते भूटान को त्वरित टीकाकरण में सफलता मिली है लेकिन इसका श्रेय समर्पित नागरिक स्वयंसेवियों और स्थापित प्रशीतन शृंखला भंडारों को भी जाता है। भूटान को जनवरी में भारत से एस्ट्राजेनेका के टीके की 1,50,000 खुराक मिली थीं। यह भूटान के पास आई, टीके की पहली खुराक थीं। बहरहाल इनका वितरण बौद्ध ज्योतिष शास्त्र की शुभ तिथियों को देखते हुए मार्च के आखिर में किया गया।
दूसरी ओर, जापान में टीकाकरण की शुरुआत चिकित्सा कर्मियों को टीका लगाने के साथ हुई थी और सोमवार को यहां बुजुर्ग नागरिकों को टीका लगना शुरू हुआ। देश के 120 स्थानों पर ये टीके लगाए जा रहे हैं। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए ये कड़े कदम तोक्यो के गवर्नर को बार और रेस्तरां को कम समय के लिए खोले जाने और नियमों का उल्लंघन करने वालों को दंडित करने का अधिकार देते हैं। ये कड़ी पाबंदियां 11 मई तक लागू रहेंगी। गवर्नर ने लोगों से गैर जरूरी यात्राओं से बचने की अपील की है।