सर्दियों में जोड़ों का दर्द बुजुर्गों के लिए सबसे बड़ी परेशानियों में से एक बन जाता है। ठंडी हवाओं और कम तापमान के कारण जोड़ों की हड्डियों और मांसपेशियों में अकड़न और दर्द बढ़ जाता है। खासकर घुटने, कमर और कलाई के जोड़ इस मौसम में अधिक प्रभावित होते हैं। सर्दियों में शरीर का रक्त संचार धीमा हो जाता है, जिससे जोड़ों तक पोषण और ल्यूब्रिकेशन कम पहुंचता है। इसके अलावा, बुजुर्गों में अक्सर आर्थराइटिस और ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसी बीमारियां होती हैं, जो ठंड में और अधिक तीव्र हो जाती हैं। ठंड के मौसम में मांसपेशियों की लोच कम हो जाती है, जिससे छोटे-छोटे कार्य जैसे बैठना, उठना, सीढ़ियां चढ़ना या पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है।

अक्सर लोग दर्द के लिए पेन किलर लेना शुरू कर देते हैं, लेकिन ये दवाएं सिर्फ कुछ समय के लिए राहत देती हैं और लंबे समय में पेट, लिवर या किडनी को नुकसान पहुंचा सकती हैं। असल में ये दवाएं दर्द की जड़ पर असर नहीं करतीं।

आयुर्वेद में दर्द कम करने और शरीर को प्राकृतिक रूप से ठीक करने के कई उपाय बताए गए हैं। आयुर्वेदिक और युनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी के मुताबिक कुछ नुस्खें आपको जोड़ों के दर्द से निजात दिला सकते हैं। इन नुस्खों को अपनाने से दर्द से राहत मिलती है,सूजन कंट्रोल होती है और हड्डियों को मजबूती मिलती है। आइए जानते हैं कि सर्दी में जोड़ों का दर्द दूर करने के लिए कौन-कौन से नुस्खे अपना सकते।

सरसों के तेल से मालिश करें

अगर आप जोड़ों के दर्द से परेशान है तो आप तेल से जोड़ों की मालिश करें। सरसों के तेल में लहसुन की कुछ कलियां मिलाएं और उसे अच्छे से पका लें और उससे जोड़ों की मालिश करें। ये तेल आयुर्वेदिक पेन रिलीवर है जो जोड़ों की सूजन और दर्द में राहत देता है। सरसों का तेल गर्म करने और रक्त संचार बढ़ाने की क्षमता रखता है। इसमें मौजूद लहसुन में प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी और दर्द निवारक गुण होते हैं, जो जोड़ों की सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं।

आयुर्वेदिक ड्रिंक का करें सेवन

अगर आप सर्दी में जोड़ों के दर्द से परेशान हैं तो आप इस खास आयुर्वेदिक ड्रिंक का सेवन करें। आयुर्वेदिक ड्रिंक अंदर से शरीर को ठीक करता है और दर्द से राहत दिलाता है। इस आयुर्वेदिक ड्रिंक को बनाने के लिए दूध में हल्दी, अदरक, दालचीनी, लहसुन, अश्वगंधा, इलायची और काली मिर्च मिलाएं और उसे 5–7 मिनट तक पकाएं। इस ड्रिंक को छानकर उसमें मिश्री मिलाएं और रात को सोने से पहले पिएं।

इसमें मौजूद करक्यूमिन, एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व और एंटीऑक्सीडेंट दर्द को कम करते हैं, रक्त संचार बढ़ाते हैं और शरीर की हीलिंग पावर को मजबूत करते हैं। इस नुस्खे को 21 दिन तक नियमित रूप से अपनाएं। यह न केवल दर्द में राहत देगा बल्कि शरीर की ताकत और लचीलापन भी बढ़ाएगा। नियमित और संयमित रूप से अपनाने पर यह आयुर्वेदिक उपाय आपके जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बना सकता है।

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