दक्षिण अफ्रीका में पहली बार इस वेरिएंट ने दस्तक दी थी जो अब भारत में भी पहुंच गया है। देश-दुनिया में एक बार फिर कोरोना के मामलों में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है। कोरोना के दो वैरिएंट डेल्टा और ओमिक्रोन के संक्रमण ने दुनियाभर के वैज्ञानिकों को हैरत में डाल दिया है। ओमिक्रोन और डेल्टा को लेकर कई स्टडी सामने आ रही हैं।

कोरोना के नए मामलों की संख्या रोजाना बढ़ती जा रही है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कोरोना वायरस के घातक वेरिएंट ओमिक्रॉन से बचाव के लिए आपको कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए। देश में ओमिक्रॉन (Omicron Variant) के बढ़ते मामले लोगों के लिए परेशानी का सबब बने हुए है ऐसे में इस बीमारी के लक्षणों की पहचान करना बेहद जरूरी है।

एक्सपर्ट्स के अनुसार, ओमिक्रॉन एक ऐसा वेरिएंट है, जो टीका लगवा चुके लोगों को भी चपेट में ले रहा है। अगर आपको लगता है कि आप किसी ओमिक्रॉन पॉजिटिव के संपर्क में आए हैं तो डरे नहीं बस इन नियमों का पालन करें।

सेल्फ आइसोलेशन: रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (Centers for Disease Control and Prevention) के गाइडलाइंस के अनुसार, यदि आप किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आये हैं तो दो से 14 दिनों के भीतर कोरोना वायरस के लक्षण महसूस हो सकते हैं। इसलिए कोई लक्षण महसूस हों तो आप सबसे पहले जांच कराएं और फिर खुद को सबसे अलग कर लें। हालांकि कुछ लोगों को लक्षण महसूस नहीं होते। ऐसे में वो अनजाने में वायरस फैला सकते हैं।

इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज: सीडीसी के अनुसार, सांस की तकलीफ या सांस लेने में कठिनाई, थकान, मांसपेशियों या शरीर में दर्द, बुखार या ठंड लगना, खांसी, सिरदर्द, गले में खराश, बहती नाक, स्वाद या गंध का न महसूस होना, मतली या उलटी और दस्त जैसे लक्षण महसूस हों तो तुरंत जांच कराएं।

ये समस्याएं महसूस हो तो डॉक्टर को दिखाएं: एक्सपर्ट्स के मुताबिक, जिन्हें कोरोना के लक्षण महसूस हो रहे हैं, जिसमें आपको सांस लेने में तकलीफ, सीने में लगातार दर्द या दबाव, जागते रहने में असमर्थता, त्वचा और नाखून का रंग पीला या नीला होने जैसे लक्षण महसूस हों तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

मास्क पहने और वैक्सीन लगवाएं: विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक ओमिक्रोन वैरिएंट को हल्का और कमजोर समझने की गलती न करें। डब्ल्यूएचओ ने इससे बचने के लिए मास्क पहनने और सामाजिक दूरी का पालन करने की सलाह दी है। संक्रामक होने के कारण यह वायरस पहले से बीमार लोगों और टीका न लेने वालों पर गंभीर असर कर सकता है।