आज की बिजी लाइफस्टाइल और वर्किंग स्टाइल में चिंता और तनाव एक आम बात है। आप सभी जानते हैं कि जब तनाव का लेवल आसमान छू जाता है, तो कैसा महसूस होता है। हर उम्र के व्यक्ति को किसी न किसी प्रकार का तनाव रहता है, लेकिन जब ये समस्या ज्यादा बढ़ने लगे तो इसका असर सीधा सेहत पर पड़ता है। अधिक तनाव के चलते कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में तनाव को कम करने लिए समय रहते ही कुछ काम करने जरूरी हैं।
तनाव क्या होता है?
तनाव एक तरह का मानसिक विकार है। तनाव की स्थिति में नेगेटिव विचार दिमाग में आते हैं और इसका सीधा असर स्वास्थ्य पर पड़ता है। तानव में मानसिक स्थिति पर बुरा प्रभाव पड़ता, जिसके चलते दिमाग सही तरह से काम नहीं करता। ऐसे में कोई खुशी का अवसर भी होता है तो मन से खुशी महसूस नहीं होती, ऐसी स्थिति को तनाव कहा जा सकता है। हालांकि, तनाव से मुक्ति पाने के लिए कुछ जरूर कदम बहुत उपयोगी होते हैं।
सिर की मालिश करें
अपनी उंगलियों के पोरों से अपने सिर की मालिश करना तनाव दूर करने और सिरदर्द से राहत पाने में मदद कर सकता है। यह मांसपेशियों के तनाव को कम करता है, रक्त संचार को बेहतर बनाता है और तनाव को लगभग तुरंत कम करता है।
अपनी आंखें घुमाएं
क्या आप जानते हैं कि हमारे शरीर में जमा होने वाला ज्यादातर तनाव आंखों और जबड़ों में होता है। अपनी आंखें घुमाएं, अपनी आंखों की पुतलियों को आराम दें। इससे तनाव कम हो सकता है।
गुनगुनाएं
गुनगुनाहट से नाइट्रिक ऑक्साइड बनता है, जिससे आपकी रक्त वाहिकाएं फैलती हैं। यह रक्त परिसंचरण के लिए अच्छा है और पैरासिम्पेथेटिक तंत्रिका तंत्र को एक्टिव करता है। जब हम गुनगुनाते हैं, तो हम वेगस तंत्रिका को उत्तेजित करते हैं जो हमारे दिमाग को हमारे प्रमुख अंगों से जोड़ती है।
गर्दन और कंधों को स्ट्रेच करें
हमारे शरीर के बाकी हिस्सों से दिमाग को जोड़ने वाली गर्दन होती है, जो बहुत ज्यादा तनाव को जमा करती है। गर्दन की मालिश करना भी तनाव से राहत के लिए बहुत अच्छा हो सकता है।
गहरी सांस लेना
बस कुछ ही मिनटों में तनाव को कम करने का सबसे अच्छा तरीका गहरी सांस लेना होता है। यह आपकी भावनात्मक और मानसिक स्थिति को रीडायरेक्ट कर सकता है।
तनाव से हो सकती हैं ये बीमारियां
- हार्ट रोग- तनाव के कारण हृदय को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है। इससे थक्के बनने और दिल का दौरा या स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
- शुगर- तनाव से शुगर का खतरा बढ़ सकता है।
- मोटापा- तनाव से मोटापा हो सकता है।
- चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम (आईबीएस)- तनाव से आईबीएस हो सकता है, जो बड़ी आंत को प्रभावित करता है।
- सर्वाइकल दर्द- तनाव लेने के कारण सर्वाइकल दर्द हो सकता है।
- इरेगुलर पीरियड्स- तनाव की वजह से इरेगुलर पीरियड्स होने का खतरा रहता है।
- त्वचा रोग- तनाव से त्वचा रोग हो सकता है।
सर्दियों में जैसे-जैसे ठंड बढ़ रही है वैसे-वैसे रीढ़ की हड्डी में अकड़न और दर्द होने लगता है। एक्सपर्ट ने सर्दियों में पीठ दर्द से बचने के लिए आसान उपाय बताए हैं।
