डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिनके मरीजों की संख्या में तेजी से इज़ाफा हो रहा है। भारत को डायबिटीज की राजधानी कहा जाता है। WHO के मुताबिक भारत में 18 साल से अधिक उम्र के 77 मिलियन लोग टाइप-2 डायबिटीज के शिकार हैं जबकि 25 मिलियन लोग प्रीडायबिटीज हैं। WHO के मुताबिक 50% लोगों को पता ही नहीं है कि वो डायबिटीज का शिकार है जिसकी वजह से वो दूसरी गंभीर बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। ये बीमारी रातो रात नहीं पनपती बल्कि इसके लिए सालों की खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल जिम्मेदार है। इस बीमारी को अगर कंट्रोल नहीं किया जाए तो ये दिल के लिए खतरा बन जाती है। इस बीमारी की वजह से किडनी अपना काम ठीक से नहीं करती और लंग्स को भी नुकसान पहुंचने लगता है।
डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करना जरूरी है। डाइट में प्रोटीन रिच फूड्स का सेवन करना, कार्बोहाइड्रेट को कंट्रोल करना और कुछ देसी हर्ब का सेवन करना बेहद उपयोगी होता है। आयुर्वेद में ऐसी कई औषधियां मौजूद हैं जो डायबिटीज का नेचुरली इलाज करती हैं।
आयुर्वेदिक औषधि अश्वगंधा एक ऐसी असरदार दवा है जिसका सेवन उसका काढ़ा बनाकर, उसकी पत्तियां चबाकर किया जाता है। अश्वगंधा का सेवन डायबिटीज कंट्रोल करने में जादुई असर करता है। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण ने बताया डायबिटीज मरीज अगर रोज अश्वगंधा का सेवन करें तो आसानी से ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि अश्वगंधा का सेवन करने से कैसे डायबिटीज कंट्रोल रहती है।
अश्वगंधा कैसे डायबिटीज कंट्रोल करता है?
डायबिटीज मरीजों के लिए अश्वगंधा बेहतरीन दवा है। अश्वगंधा का सेवन करने से इंसुलिन का नेचुरल तरीके से निर्माण होता है। अश्वगंधा मांसपेशियों की कोशिकाओं में इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करता है, इस प्रकार ये डायबिटीज मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। अश्वगंधा का सेवन उसका काढ़ा बनाकर भी कर सकते हैं। अश्वगंधा का नियमित और सीमित सेवन करने से बॉडी को बेहद फायदा पहुंचता है।
आयुर्वेद में अश्वगंधा का सेवन डायबिटीज के अलावा गठिया, ट्यूमर और डिप्रेशन का इलाज करने में किया जाता रहा है। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि रोजाना अश्वगंधा का सेवन करने से फास्टिंग शुगर में सुधार होता है। अश्वगंधा को आयुर्वेद में एक एडेप्टोजेनिक औषधि माना गया है, जो शरीर को तनाव से लड़ने में मदद करती है।
चूंकि तनाव ब्लड शुगर लेवल बढ़ाने का एक बड़ा कारण होता है, इसलिए अश्वगंधा मानसिक संतुलन बनाकर शुगर को कंट्रोल करता है। अश्वगंधा Insulin Sensitivity को बढ़ाता है। इससे कोशिकाएं शुगर को अधिक प्रभावी ढंग से अवशोषित करती हैं और ब्लड शुगर लेवल संतुलित रहता है। आयुर्वेदिक ग्रंथों और कई रिसर्च के मुताबिक अश्वगंधा के नियमित सेवन से फास्टिंग शुगर (Fasting Blood Sugar) और HbA1c के स्तर में सुधार होता है।
अश्वगंधा के सेहत को फायदे
अश्वगंधा एक ऐसी जड़ी बूटी है जो पाचन अग्नि को मजबूत करती है और पाचन में सुधार करती है। अश्वगंधा का सेवन करने से मेटाबॉलिक प्रक्रिया बैलेंस रहती है, जिससे भोजन से प्राप्त ग्लूकोज़ का बेहतर उपयोग होता है और अतिरिक्त शुगर जमा नहीं होती। इस हर्ब का सेवन करने से वजन को घटाना आसान होता है। अगर आपको नींद नहीं आती या बार-बार नींद टूटती है, तो अश्वगंधा की मदद से नींद में सुधार होता है। ये दिमाग को शांत करता है और तनाव को कंट्रोल करता है। इसका सेवन करने से मांसपेशियों की थकान दूर होती है और stamina बूस्ट होता है। इसका सेवन करने से इम्यूनिटी मजबूत होती है और बॉडी हेल्दी रहती है। अश्वगंधा का सेवन करने से ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और दिल के रोगों का उपचार होता है।
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