muh ke chhale ka ilaj: मुंह में छाले होना एक आम लेकिन बेहद परेशान करने वाली समस्या है। छालों के कारण जलन, दर्द और सूजन इतनी बढ़ जाती है कि खाना-पीना ही नहीं, बल्कि बोलना भी मुश्किल हो जाता है। कई बार घरेलू उपाय भी असर नहीं दिखाते। ऐसे में अगर आप भी बार-बार मुंह के छालों से परेशान रहते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद फायदेमंद हो सकती है। दरअसल, आयुर्वेद में एक ऐसे औषधीय पौधे का जिक्र मिलता है, जिसके पत्ते मुंह के छालों और ओरल हेल्थ से जुड़ी कई समस्याओं में कारगर माने जाते हैं। तो चलिए आयुर्वेदिक डॉक्टर से जानते हैं कि यह पत्ता मुंह से जुड़ी और भी कई परेशानियों में कैसे फायदेमंद साबित हो सकता है।

ओरल हेल्थ के लिए रामबाण हैं चिरचिटा के पत्ते

आयुर्वेदिक डॉक्टर सलीम जैदी के अनुसार, मुंह में छाले होने पर चिरचिटा (Chirchita) के पत्ते बेहद फायदेमंद होते हैं। इसे अपामार्ग या चिड़चिड़ा भी कहा जाता है। यह पौधा अक्सर घरों के आसपास, खेतों या खाली जगहों पर आसानी से उग जाता है। आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा में चिरचिटा का इस्तेमाल सदियों से किया जा रहा है। रिसर्च के मुताबिक, इसमें मौजूद एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मुंह में मौजूद बैक्टीरिया को खत्म करने और सूजन को कम करने में मदद करते हैं।

चिरचिटा के पत्तों से मिलने वाले फायदे

डॉ. जैदी के अनुसार, चिरचिटा के पत्तों का नियमित और सही तरीके से इस्तेमाल करने पर मुंह के छालों में तेजी से राहत मिलती है। इतना ही नहीं, इससे मसूड़ों से खून आना कम होता है, मुंह की बदबू दूर होती है, दांतों की सेंसिटिविटी में कमी आती है और दांतों का पीलापन कम होकर प्राकृतिक चमक लौट सकती है। इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण मुंह से जुड़ी गंभीर समस्याओं, यहां तक कि माउथ कैंसर से बचाव में भी सहायक हो सकते हैं।

कैसे करें चिरचिटा के पत्तों का इस्तेमाल?

इसके इस्तेमाल के लिए सबसे पहले चिरचिटा के पत्तों को पानी में उबाल लें। इस पानी से सुबह-शाम कुल्ला करें। इससे छालों की जलन और दर्द में जल्दी आराम मिलता है। उसके बाद पत्तों को सुखाकर पाउडर बना लें। इसे अपने टूथपेस्ट में मिलाकर ब्रश करें। इससे दांत और मसूड़े मजबूत होते हैं। सुबह खाली पेट 3–4 ताजी पत्तियां चबाएं और फिर कुल्ला कर लें। डॉ. जैदी के अनुसार, दिन में 2–3 बार ऐसा करने से छाले जल्दी ठीक हो सकते हैं। पत्तों का पेस्ट बनाकर दांतों और मसूड़ों पर हल्की मसाज करें। इससे सूजन और दर्द कम होता है।

निष्कर्ष

अगर आप मुंह के छालों और ओरल हेल्थ की समस्याओं से परेशान हैं, तो चिरचिटा के पत्ते आपके लिए कारगर साबित हो सकते हैं। सही तरीके से और सीमित मात्रा में इसका इस्तेमाल करने से बिना साइड इफेक्ट के अच्छा लाभ मिल सकता है।

डिस्क्लेमर

यह स्टोरी सामान्य जानकारी के उद्देश्य से तैयार की गई है। किसी भी तरह के स्वास्थ्य संबंधी बदलाव या डाइट में परिवर्तन करने से पहले अपने डॉक्टर या योग्य हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।

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