Monkeypox Virus: कोविड-19 के बाद मंकी पॉक्स को WHO ने हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक एक दर्जन से ज्यादा देशों में मंकी पॉक्स के मामले सामने आ चुके हैं। इस वायरस का स्वरूप तेजी से फैलता हुआ नजर आ रहा है। अफ्रीकी महाद्वीप में टीके की खुराक भी कम होती जा रही है जिसकी वजह से इस बीमारी को हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया गया है। अफ्रीका के सेंटर फॉर डिजीज एंड कंट्रोल ने घोषणा की थी कि मंकी पॉक्स का प्रकोप एक स्वास्थ्य आपदा है जिसके लिए सभी को सतर्क रहने की जरूरत है। इस बीमारी से 500 से ज्यादा मौतें हो चुकी है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक वायरस को रोकने के लिए इस बीमारी से बचाव करना बेहद जरूरी है।
WHO के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम ने बताया कि मंकी पॉक्स एक ऐसी बीमारी है जिससे हम सभी को चिंतित होने की जरूरत है। इस बीमारी के फैलने की शुरुआत कांगो में हुई थी। वायरस के दो स्ट्रेन खासतौर पर फैल रहे हैं। क्लेड-I मध्य अफ्रीका में एंडेमिक है। मंकी पॉक्स का ‘क्लेड Ib वेरिएंट नया और अधिक संक्रामक है।
अफ़्रीका सीडीसी ने कहा कि 2024 में जुलाई के अंत तक 14,500 से अधिक मंकी पॉक्स के मामले सामने आए हैं। मंकी पॉक्स पड़ोसी देशों केन्या, रवांडा, युगांडा और बुरुंडी जैसे देशों में फैल गया है। इस बीमारी के लक्षण फ्लू जैसे होते हैं, अब सवाल ये उठता है कि आखिर इस बीमारी के लक्षणों को कैसे पहचाने और इससे बचाव कैसे करें।
मंकी पॉक्स के लक्षण कौन-कौन से हैं?
- मंकी पॉक्स के लक्षणों की बात करें तो इस बीमारी में मरीज को तेज बुखार आता है।
- तेज सिर दर्द और सूजन की शिकायत होती है।
- पीठ और मांसपेशियों में दर्द रहता है।
- बुखार कम होने पर बॉडी पर चकत्ते आने लगते हैं। ये चकत्ते चेहरे से शुरू होते हैं और बॉडी के बाकी हिस्सों में फैल जाते हैं।
- बॉडी में होने वाले इन चकत्तों में खुजली और दर्द की शिकायत होती है।
- ये संक्रमण 14 से 21 दिनों तक रहता है। गंभीर मामलों में घाव पूरी बॉडी पर आ जाते हैं। इन चकत्तों में खुजली और दर्द रहता है।
मंकी पॉक्स कैसे फैलता है?
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक मंकी पॉक्स नजदीकी संपर्क से फैलता है। ये एक संक्रामक रोग है। ये वायरस यौन संबंध बनाने से, स्किन से संपर्क होने पर और संक्रमित इंसान के करीब आने से फैलता है। ये वायरस आंख,नाक,मुंह और कान के जरिए बॉडी में प्रवेश करता है। ये वायरस संक्रमित बंदर, चूहे और गिलहरी के संपर्क में आने से फैलता है।
मंकी पॉक्स से बचाव कैसे करें
- इस वायरस से बचाव करने के लिए संक्रमित व्यक्ति में लक्षणों की पहचान करना जरूरी है।
- संक्रमित इंसान से दूर रहें। कोरोना काल की तरह इस परेशानी से बचने के लिए भी आप साफ सफाई का ध्यान रखें और लोगों से दूरी बनाकर रखें। बार-बार हाथ वॉश करें।
- संक्रमित इंसान से दूर रहें। शारीरिक संबंध बनाने से परहेज करें। सही होने के बाद भी कुछ दिनों तक सुरक्षित शारीरिक संबंध बनाएं।
- इस बीमारी से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाएं।