Milk allergy Causes In Hindi: आपने अधिकतर लोगों से सुना होगा कि उन्होंने दूध का सेवन किया, तो उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। वैसे तो कैल्शियम से भरपूर दूध सेहत के लिए काफी अच्छा माना जाता है। रोजाना एक गिलास दूध आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करा देता है। आमतौर पर हेल्दी डाइट के लिए गाय का दूध पीना अच्छा माना जाता है। लेकिन कई ये कुछ लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है। इसमें पाए जाने वाले कुछ तत्व एलर्जी का कारण भी बन जाते हैं। बच्चों से लेकर बड़े लोग भी इस गंभीर एलर्जी से परेशान रहते हैं। आइए जानते हैं न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स कन्सल्टन्ट पैथालाजिस्ट डॉ आकाश शाह से गाय के दूध से होने वाली एलर्जी के बारे में…
गाय के दूध-प्रोटीन से एलर्जी (CAMPA)
दूध एलर्जी के पीछे मुख्य कारणों में से एक इसमें पाए जाने वाले प्रोटीन कैसिइन इम्यून सिस्टम पर प्रतिक्रिया करता है। जब सीएमपीए से ग्रस्त व्यक्ति दूध या दूध उत्पादों का सेवन करते हैं, तो उनका इम्यून सिस्टम गलती से इन प्रोटीनों को हानिकारक आक्रमणकारियों के रूप में पहचान लेता है, जिससे एलर्जी की प्रतिक्रिया शुरू हो जाती है। ऐसे में व्यक्ति को पित्त संबंधी समस्या, खुजली, सूजन, पाचन संबंधी समस्याएं, श्वसन समस्याएं या फिर कोई गंभीर मामलों में एनाफिलेक्सिस जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
लैक्टोज के प्रति सेंसटिविटी
दूध से हुई एलर्जी के विपरीत लैक्टोज के प्रति सेंसटिविटी में इम्यून सिस्टम की प्रतिक्रिया शामिल नहीं होती है। बल्कि दूध में मौजूद नैचुरल शर्करा लैक्टोज को पचाने में असमर्थ हो जाती है। ऐसी स्थिति में पाचन तंत्र में लैक्टोज को पचाने के लिए जिम्मेदार एंजाइम लैक्टोज के स्तर में कमी के कारण होती है। लैक्टोज के प्रति सेंसटिविटी होने के कारण व्यक्ति कोअफ़ारा, गैस, दस्त और पेट में ऐंठन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ये समस्याएं दूध या डेयरी उत्पादों के सेवन के कुछ घंटों के भीतर प्रकट होते हैं।
क्रॉस-रिएक्टिविटी
दूध से हुई एलर्जी से ग्रस्त व्यक्तियों को अन्य प्रोटीनों के साथ क्रॉस-रिएक्टिविटी का भी अनुभव हो सकता है। उदाहरण के लिए, गाय के दूध से हुई एलर्जी से ग्रस्त व्यक्ति में क्रॉस-रिएक्टिविटी के कारण बकरी या भेड़ के दूध में मौजूद प्रोटीन पर भी प्रतिक्रिया हो सकती है।
दूध के अन्य स्रोत
दूध और दूध से बने कई खाद्य पदार्थ और उत्पाद ऐसे होते हैं जिनके बारे में हमें ज्यादा पता नहीं होता है। ऐसे में इन चीजों से भी हमें एक प्रकार की एलर्जी हो सकती है। बेक की गई चीजें, कैंडी और यहां तक कि कुछ दवाओं में दूध-प्रोटीन या लैक्टोज का इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए ऐसी एलर्जी से बचने के लिए खाद्य पदार्थों का लेबल जरूर पढ़ें।
एलर्जी के कई अन्य कारण
कई लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें अगर दूध से एलर्जी है, तो वह दूध के संपर्क में आते ही एलर्जी के शिकार हो जाते हैं। जैसे दूध उबालते समय इसे कुछ प्रोटीन वायु में घुल जाते हैं। ऐसे में जब लोग इसके संपर्क में आते हैं, तो उन्हें घरघराहट, खांसी या नाक बंद होने जैसे सांस संबंधी लक्षण पैदा हो जाते हैं।
देरी से शुरू होने वाले लक्षण
हालांकि दूध से हुई कुछ एलर्जी रिएक्शन सेवन के तुरंत बाद नजर नहीं आती है। कई बार थोड़ी देरी से नजर आती है। ऐसे में दूध से एलर्जी के कारण लोगों को कुछ घंटों या कई दिनों के बाद नजर आते हैं। इसमें एक्जिमा, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल परेशानी या बच्चों में बिहेवियर में बदलाव देखने को मिलता है।
