Meat-based diet could lead to early death: यदि आप मीट-बेस्ड डाइट अधिक पसंद करते हैं, तो आपके लिए यह खतरनाक साबित हो सकता है। द न्यू यॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, जो लोग मीट-बेस्ड डाइट अधिक फॉलो करते हैं उनकी मृत्यु जल्दी हो सकती है। परिणाम पर पहुंचने के लिए 42 से 60 वर्ष की आयु के बीच के 2,641 पुरुषों के स्वास्थ्य और आहार संबंधी आंकड़े एकत्र किए गए। 22 वर्षों की उनकी आहार योजनाओं को रिकॉर्ड किया गया, इस दौरान उनमें से 1,225 से अधिक लोगों की मृत्यु हो गई। जब डेटा की तुलना उन लोगों से की गई, जिन्होंने एक दिन में 76 ग्राम से कम मीट खाया, तो पता चला कि उनके मरने की संभावना 23 प्रतिशत अधिक थी।
इस अध्ययन को अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित किया गया है। प्रोटीन के अधिक सेवन का समय से पहले मौत से किसी प्रकार का कोई रिलेशन नहीं है, लेकिन सिर्फ तब तक जब तक वह इंसान किसी गंभीर बीमारी से ना जूझ रहा हो। शोधकर्ताओं ने यह पता किया है कि जो लोग मीट प्रोटीन का अनुपात जितना अधिक करते हैं, उतनी ही जल्दी उनकी मृत्यु का खतरा बढ़ता है।
शोधकर्ताओं ने अन्य कारकों को ध्यान में रखते हुए निष्कर्ष निकाला है कि इंसान की मृत्यु के जोखिम के कई अन्य कारण भी हो सकते हैं जैसे- आय और शिक्षा स्तर, बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई), शारीरिक गतिविधि, धूम्रपान की आदतें, अधिक कैलोरी का सेवन, शराब का सेवन। इन सभी के कारण भी कैंसर और हृदय रोग होने का खतरा बढ़ जाता है।
इसके अलावा शोधकर्ताओं ने कहा है, यह भी संभव है कि निर्माण प्रक्रिया के दौरान केमिकल को जोड़ा या उत्पादित किया जाता है, जिसके हानिकारक प्रभाव हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, मीट को संरक्षित करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कुछ प्रक्रियाएं पॉलीसाइक्लिक एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन (पीएएच) नामक यौगिकों का उत्पादन कर सकती हैं, जिन्हें कैंसर से जोड़ा गया है।
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