अभिनेत्री मनीषा कोइराला को साल 2012 में ओवेरियन कैंसर यानी गर्भाशय का कैंसर हुआ। इसके बाद वो इलाज के लिए काफी समय तक विदेश में रहीं और उन्होंने कैंसर को मात दी। हालांकि मनीषा को डर जरूर है कि उनका कैंसर फिर से वापस आ सकता है लेकिन वो अक्सर कहतीं हैं कि जिंदगी में पोजिटिव रहकर ही हम कैंसर को हरा सकते हैं। मनीषा कोइराला को हुआ गर्भाशय का कैंसर एक खतरनाक बीमारी है जिसके लक्षणों को शुरुआती स्टेज में ही पहचान कर उसका इलाज कराना बेहद जरूरी है।
ओवेरियन कैंसर के लक्षण (Symptoms Of Ovarian Cancer)- कई बार गर्भाशय के कैंसर का पता शुरुआती स्टेज में नहीं लग पाता। कई महिलाओं में एडवांस स्टेज में जाकर भी इसके लक्षण नहीं दिखते। लेकिन इसके लक्षण अगर दिखें तो तुरंत सावधान हो जाना चाहिए। भूख लगने पर भी खाने का मन नहीं होना या थोड़ा सा खाने के बाद ही पेट का भर जाना ओवेरियन कैंसर का लक्षण हो सकता है। बार बार पेशाब लगना और पेट के निचले हिस्से में दर्द का होना भी गर्भाशय के कैंसर का लक्षण हो सकता है।
इसके अलावा पीठ के निचले हिस्से में दर्द होना, सेक्स के दौरान दर्द का होना, अपच, एसिडिटी की समस्या, पीरियड्स का अनियमित होना, वजन बढ़ जाना या कम होना, बिना पीरियड्स के भी ब्लड आना जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
ऐसे करें बचाव-
वजन को रखें नियंत्रण में- अगर वजन अधिक है तो इसे व्यायाम और खानपान के ज़रिए कम कर लें। अधिक वजन की महिलाओं को गर्भाशय का कैंसर होने का खतरा रहता है। इसलिए एक स्वस्थ वजन के साथ स्वस्थ जीवनशैली को अपनाएं।
बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग कराएं- कई बार कामकाजी महिलाएं अपने बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग नहीं करा पातीं जो कि गलत है। इससे बच्चे के विकास पर तो असर पड़ता है साथ ही मां को ओवेरियन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
बच्चे जन्म दें- लीडिंग हेल्थ वेबसाइट हेल्थलाइन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बच्चे के जन्म के साथ ही मां को ओवेरियन कैंसर का खतरा कुछ कम हो जाता है। हर बच्चे के जन्म के साथ ये खतरा कम होता जाता है।