Blood Sugar Tips: आज के समय में खराब लाइफस्टाइल, खानपान के कारण हर दसवां व्यक्ति डायबिटीज की समस्या से परेशान है। ज्यादा उम्र के लोग ही नहीं बल्कि कम उम्र के बच्चे भी तेजी से शिकार हो रहे हैं। इसका बड़ा कारण जेनेटिक भी हो सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, डायबिटीज एक क्रोनिक डिजीज है, जिसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है। ऐसे में ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए अच्छी लाइफस्टाइल के साथ खानपान पर विशेष ध्यान देने की जरूर है। ऐसे में आप चाहे, तो इस जौ की घास के बने इस पाउडर का सेवन कर सकते हैं।

हेल्थलाइन के अनुसार, जौ घास के पाउडर ( Barley Grass Powder ) में ऐसे गुण पाए जाते हैं, जो ब्लड शुगर को नैचुरल तरीके से कंट्रोल करने के साथ-साथ मोटापा, कोलेस्ट्रॉल जैसी कई बीमारियों से भी निजात दिला सकता है। इसके साथ ही दिल, लीवर आदि को मजबूत रख सकता है। जौ की घास में भरपूर मात्रा में न्यूट्रियंस पाए जाते हैं। इसमें फाइबर, विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के, कैल्शियम, प्रोटीन, कॉपर, जिंक, आयरन के साथ पॉलीफेनोल्स, फ्लेवोनोइड्स और एंटीऑक्सीडेंट आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं।

डायबिटीज में कैसे मदद करेगा ये Barley Grass Powder?

हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, जौ में ऐसे गुण होते है,जो ऑक्सीजन फ्री रेडिकल्स को खत्म कर सकता है, जिससे ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इसके साथ ही इसमें ऐसा फाइबर पाया जाता है, जो जल्द पानी में नहीं घुलता है। ऐसे में इसका सेवन करने से ब्लड शुगर का लेवल गिर जाता है और इंसुलिन की मात्रा तेजी से बढ़ जाती है। इसके साथ ही इंसुलिन शरीर में ठीक ढंग से काम करने लगती है। इसके साथ ही इसमें सैपोनिन नामक तत्व पाया जाता है, जो खाना खाने के बाद ब्लड शुगर को कंट्रोल कर सकता है।

ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए कैसे करें जौ की घास के पाउडर का सेवन?

जौ की ताजी घास मिलना काफी मुश्किल है। ऐसे में मार्केट में आसानी से इसका पाउडर मिल जाता है, जिसे आप जूस, स्मूदी, शेक या फिर चाय बनाकर पी सकते हैं। आप आधा से एक टीस्पून तक इस पाउडर का सेवन कर सकते हैं।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।