आजकल अनहेल्दी खानपान और लाइफस्टाइल के चलते कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो रही है, जिसमें पाचन से जुड़ी समस्याएं बहुत आम हैं। दरअसल, खाने को पचाने और गैस आदि की समस्या के लिए नींबू पानी को बहुत लाभकारी माना जाता है, क्योंकि नींबू पानी डिटॉक्स ड्रिंक और वजन घटाने का रामबाण उपाय है। नींबू में विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद हैं। बहुत से लोग रोजाना सुबह खाली पेट नींबू पानी का सेवन करते हैं। हालांकि, सीमित मात्रा में सेवन करने पर यह लाभ प्रदान कर सकता है, लेकिन इसे रोजाना खाली पेट पीने से फायदे की बजाय नुकसान हो सकता है। फूड एक्सपर्ट श्रुति भाटिया ने बताया कि नींबू का पानी सुबह के समय में पीने से सेहत पर क्या असर पड़ता है।
श्रुति भाटिया ने बताया कि नींबू के पानी की हाई एसिडिटी पाचन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकती है, दांतों के इनेमल को कमजोर कर सकती है और कुछ लोगों के लिए यह सीने में जलन या पेट फूलने का कारण बन सकता है। इसके अलावा एलर्जी भी पैदा कर सकता है। ऐसे में अगर आपको नींबू पानी पीना पसंद है तो सीमित मात्रा में ही इसका सेवन करें, जिससे सेहत को अधिक फायदा मिल सके।
एसिडिटी और सूजन
एनआईएच के अध्ययनों के मुताबिक, नींबू में स्वाभाविक रूप से एसिडिटी होती है। ऐसे में रोजाना खासकर खाने से पहले इसका सेवन करने से पेट की परत में जलन हो सकती है, जिससे पेट फूलना, भारीपन और बेचनी हो सकती है। गैस्ट्राइटिस, एसिड रिफ्लक्स या इरिटेबल बाउल सिंड्रोम से पीड़ित लोगों को इसका ज्यादा खतरा होता है।
अपच और पेट दर्द
नींबू पानी पाचन में सहायक होता है, लेकिन कुछ लोगों के लिए यह उल्टा असर करता है। इसकी तेज अम्लता पेट के प्राकृतिक पीएच संतुलन को बिगाड़ सकती है, जिससे ऐंठन, मतली या हल्के दस्त भी हो सकते हैं।
दांतों के इनेमल
साइट्रिक एसिड दांतों के इनेमल का जाना-माना दुश्मन है। डेंटली में प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया है कि नींबू पानी के रोजाना सेवन से दांतों में संवेदनशीलता, पीलापन और गंभीर मामलों में सड़न जैसी समस्याएं हो सकती हैं। दंत चिकित्सक स्ट्रॉ से नींबू पानी पीने और उसके बाद सादे पानी से कुल्ला करने की सलाह देते हैं।
सीने में जलन
अगर, आपको एसिड रिफ्लक्स या हाइपर एसिडिटी की समस्या है, तो नींबू पानी आपके लक्षणों को और भी बदतर बना सकता है। यह एसिड पेट में एसिड के उत्पादन को और भी बढ़ा देता है, जिससे सीने और गले में जलन होने लगती है।
एलर्जी
अमेरिकन कॉलेज ऑफ एलर्जी, अस्थमा एंड इम्यूनोलॉजी द्वारा किए गए शोध से पता चलता है कि कुछ लोगों को खट्टे फलों से एलर्जी होती है। इससे त्वचा पर चकत्ते, सूजन, खुजली या सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण हो सकते हैं। इन लक्षणों के दिखाई देने पर हमेशा इनका सेवन बंद कर दें और डॉक्टर से सलाह लें।
वहीं, दांतों में इन 3 विटामिन की कमी से भी दर्द हो सकता है। अगर समय रहते ध्यान नहीं दिया तो मसूड़े भी कमजोर होने लगते हैं। एक्सपर्ट ने बताया कि किन विटामिन की कमी से दांतों में दर्द हो सकता है और इससे कैसे बचाव किया जा सकता है।