Pneumonia: निमोनिया एक रेस्पिरटरी डिसऑर्डर है जो एयर सैक में सूजन के कारण एक या दोनों फेफड़ों में हो जाता है। इन एयर सैक को आमतौर पर एल्वियोली के रूप में जाना जाता है जो प्लूइड्स या पस से भरे होते हैं जिससे सांस लेने में समस्या हो सकती है और बुखार, खांसी और ठंड लगने जैसी परेशानी भी हो सकती है। द्रव को बलगम या कफ कहा जाता है जो बहुत असुविधा का कारण बनता है। यह बैक्टीरिया, कवक और वायरस के कारण होता है। यह इंफेक्शन बच्चों में जो लोग 65 साल से ऊपर हैं उनमें आम है क्योंकि उनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। लेकिन अपनी डाइट में कुछ फूड्स शामिल कर के आप इस समस्या से बच सकते हैं। साथ ही आपको इस बात की भी जानकारी होनी चाहिए की निमोनिया के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
– खूब सारा शुद्ध पानी पिएं।
– ऑर्गेनिक फूड्स से भरपूर रोमेन लेट्यूस, गाजर, बीट्स, प्याज, अजवाइन, गोभी, फूलगोभी, ब्रोकोली, खीरा, मूली, यरूशलेम आटिचोक, सेम (सोया और हरी मटर को छोड़कर) खाएं।
– वेजी सूप, मिसो सूप, नट्स और बीज, ऑर्गेनिक, फ्री-रेंज मीट, पोल्ट्री और मछली भी अपनी डाइट में शामिल करें।
– ताजे मीठे फल खाएं। प्लम, नाशपाती, जामुन, गोजी बेरी और अन्य मीठे फल शामिल करें।
– एवोकाडो, काली मिर्च, टमाटर और खीरे को जरूर अपनी डाइट में शामिल करें।
– फेफड़ों और रेस्पिरटरी सिस्टम के लिए आपको लहसुन, अदरक, लाल मिर्च और प्याज नियमित रूप से खाने चाहिए।
नियोनिया के दौरान क्या करें:
– जल्द से जल्द अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
– सलाह के अनुसार समय पर उपचार लें।
– अपने आप को हाइड्रेटेड रखें।
– समय पर खाना खाएं।
– निमोनिया के लक्षण दिखते ही जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें ताकि आपकी समस्या अधिक ना बढ़ें।
नियोनिया के दौरान क्या ना करें:
– घबराएं ना।
– खुद के किसी भी दवा को ना खाएं।
– निमोनिया के लक्षणों को अनदेखा ना करें वरना आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
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