डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिनके मरीजों के लिए खाली पेट और खाने के बाद की शुगर को कंट्रोल करना जरूरी है। शुगर कंट्रोल करने के लिए डाइट का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। कुछ लोग खाने-पीने में परहेज करते हैं फिर भी उनकी ब्लड शुगर हाई रहती है जिसके लिए कई कारण जिम्मेदार होते हैं। अक्सर लोग खाली पेट की शुगर हाई होने से परेशान रहते हैं। रात भर भूखे रहने के बाद सुबह खाली पेट ब्लड शुगर 200 mg/dl से ज्यादा पहुंच जाता है।

आप जानते हैं कि फास्टिंग शुगर हाई होने के लिए कई कारण जिम्मेदार होते हैं जैसे बॉडी एक्टिविटी में कमी होना, नींद की कमी या तनाव होना, डॉन फेनोमेनन यानी सुबह-सुबह शरीर कुछ हार्मोन जैसे कोर्टिसोल और ग्रोथ हार्मोन रिलीज करता है जिससे लिवर ग्लूकोज रिलीज करता है और फास्टिंग शुगर बढ़ सकती है। कुछ दवाओं का सेवन करने से भी फास्टिंग शुगर हाई रहती है। हार्मोनल असंतुलन के कारण भी फास्टिंग शुगर हाई होती है।

लॉगलाइव में डायबिटीज और इन्फ्लेमेटरी अर्थराइटिस एक्सपर्ट डॉक्टर संजीव अग्रवाल ने बताया आप फास्टिंग शुगर को तभी नॉर्मल कर सकते हैं जब आप सुबह शुगर बढ़ने के लक्षणों की तुरंत पहचान करें। शुगर कंट्रोल करने के लिए सही डाइट और हेल्दी लाइफस्टाइल का होना जरूरी है। फास्टिंग शुगर (Fasting Blood Sugar) हाई होने पर यानी  126 mg/dL से अधिक होने पर बॉडी में उसके लक्षण दिखने लगते हैं। अगर सुबह-सुबह इन लक्षणों को पहचान लिया जाए तो आसानी से फास्टिंग शुगर को नॉर्मल किया जा सकता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि फास्टिंग शुगर हाई होने पर बॉडी में कौन-कौन से लक्षण दिखते हैं।  

फास्टिंग शुगर (Fasting Blood Sugar) हाई होने पर दिखने वाले लक्षण

  • सुबह-सुबह बार-बार पेशाब आना
  • पानी पीने के बाद भी मुंह सूखना और बार-बार प्यास लगना
  • नींद पूरी होने के बावजूद थकान और कमजोरी होना
  • सिर दर्द या चक्कर जैसा महसूस होना
  • आंखों से धुंधला दिखाई देना
  • मूड में चिड़चिड़ापन और बेचैनी होना
  • भूख ज्यादा लगना या पेट में जलन होना
  • सांसों से हल्की-सी फल जैसी गंध आना
  • स्किन में खुजली होने जैसे लक्षण दिखते हैं।

डाइट से करें फास्टिंग शुगर नॉर्मल

ग्लाइसेमिक लोड करें कम

अगर आपका फास्टिंग शुगर हाई रहता है तो आप रात के खाने में ग्लाइसेमिक लोड को कम करें। आप डाइट में कार्ब्स को कम करें, प्रोटीन को बढ़ाएं और हेल्दी फैट भी डाइट में शामिल करें। लो जीआई वाले खाद्य पदार्थ जैसे साबुत अनाज जैसे दलिया, ब्राउन राइस की थोड़ी मात्रा, क्विनोआ का सेवन करें।
रोटी के लिए मल्टीग्रेन या जौ के आटे का सेवन करें। डाइट में टिंडा, लौकी, परवल, पालक, भिंडी और फलियों का सेवन करें।

कार्ब्स करें सीमित

रात के खाने में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा का सेवन कम करें। रात के खाने में चावल, सफेद रोटी, आलू और मैदे से बनी चीजों से परहेज करें। रात के खाने में रोटी खाने से बचें।

प्रोटीन और फाइबर बढ़ाएं

फास्टिंग शुगर को नॉर्मल करने के लिए आप डाइट में दाल, पनीर, अंडा सफेद भाग, टोफू, हल्की ग्रिल्ड चिकन या फिश का सीमित सेवन करें। दिन के खाने में सलाद का सेवन ज्यादा करें।

रात में 8 बजे के बाद खाना नहीं खाएं

अगर आप फास्टिंग शुगर को नॉर्मल रखना चाहते हैं तो आप रात 8 बजे के बाद खाना नहीं खाएं। 8 बजे से पहले खाना खाएं और उसके बाद कम से कम 40 मिनट की वॉक करें। रात में देर से खाना खाने से फास्टिंग शुगर हाई होती है।

रात के खाने में मीठा से करें परहेज

अगर आप फास्टिंग शुगर को नॉर्मल करना चाहते हैं तो आप रात के खाने में मीठा खाने से परहेज करें। रात में केला, आम, अंगूर जैसे हाई शुगर वाले फलों से परहेज करें। आप रात में कोई फल खाना चाहते हैं तो फाइबर वाला फल जैसे पपीता का सेवन करें।

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