प्रेग्नेंसी में महिलाओं को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस दौरान महिलाओं के हॉर्मोन्स में बदलाव होता जिसका असर उनकी बॉडी और मिजाज़ दोनों पर पड़ता है। प्रेग्नेंसी में मूड स्विंग, चिड़चिड़ापन और भूख नहीं लगने जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस दौरान महिलाएं अगर अपनी हेल्थ का ध्यान नहीं रखेंगी तो उनकी सेहत को खतरा हो सकता है।
महिलाओं को अपनी और बच्चे की अच्छी सेहत के लिए डाइट का ध्यान रखना जरूरी है ताकि कंसीव करने के दौरान होने वाली परेशानियों से बचा जा सके। आइए जानते हैं कंसीव करने के बाद महिलाओं को कौन-कौन सी परेशानियां बेहद परेशान करती हैं।
कब्ज करता है परेशान:
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को कब्ज की परेशानी हो सकती है। कब्ज की समस्या कंसीव करने के बाद से ही शुरू हो जाती है। महिलाओं को दिया जाने वाला आयरन सप्लीमेंट्स कब्ज का कारण बनता है। इस दौरान प्रेग्नेंट महिलाएं पानी का अधिक सेवन करें। डाइट में फाइबर वाले फूड्स को शामिल करें।
जेस्टेशनल डायबिटीज:
इस दौरान अगर महिलाओं की डाइट ठीक नहीं रहे तो उन्हें जेस्टेशनल डायबिटीज का खतरा अधिक रहता है। प्रेग्नेंसी में महिलाएं अपनी डाइट में आलू, चावल, जंक फूड, मीठी चीजों का सेवन नहीं करें।
पैरों में दर्द और सूजन होना:
प्रेग्नेंसी में महिलाओं को पैरों में दर्द और सूजन की परेशानी हो सकती है। हार्मोनल बदलावों के कारण कई तरह की शारीरिक और मानसिक परेशानियां हो जाती हैं। प्रेगनेंसी के दौरान शिशु के विकास के लिए शरीर को काफी मेहनत करनी पड़ती है, ऐसे में शरीर में खून और तरल पदार्थों की मात्रा बढ़ जाती है जिसकी वजह से पैरों में दर्द और सूजन की शिकायत हो सकती है।
कमर दर्द होना:
गर्भावस्था के दौरान कमर दर्द लोगों को बेहद परेशान करता है। इस दौरान दर्द की वजह से उठना-बैठना मुश्किल होने लगता है। इससे बचने के लिए ज्यादा आराम करें और भारी सामान उठाने से परहेज करें। अगर कमर दर्द परेशान करता है तो आप अपनी सोने की पोजिशन में बदलाव करें।
ब्रेस्ट में दर्द होना:
प्रेग्नेंसी में हार्मोनल बदलाव की वजह से महिलाओं को ब्रेस्ट में दर्द की भी शिकायत रहती है। इस दौरान महिलाओं को ब्रेस्ट में भारीपन महसूस होता है। हालांकि ये दर्द खुद ही ठीक भी हो जाता है।