डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसके लिए खराब जीवनशैली, तनाव और डाइट जिम्मेदार है। इस बीमारी को जड़ से खतम नहीं किया जा सकता लेकिन इसे कंट्रोल किया जा सकता है। इसे कंट्रोल नहीं किया जाए तो इस बीमारी का असर बॉडी के बाकी अंगों पर दिखने लगता है। डायबिटीज बढ़ने पर किडनी, दिल और आंखों को नुकसान पहुंच सकता है।
डायबिटीज के मरीजों का ब्लड में शुगर का स्तर तेजी से बढ़ता है। ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ने का कारण पैंक्रियाज का पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाना है। टाइप-1 डायबिटीज में पैंक्रियाज इंसुलिन का बिल्कुल उत्पादन नहीं करता बल्कि टाइप-2 डायबिटीज में पैंक्रियाज इंसुलिन का कम उत्पादन करता है। शरीर के अंदर इंसुलिन का उत्पादन कम होना या इंसुलिन नहीं बनना शुगर की बीमारी करता है।
डायबिटीज के मरीजों को अपनी डाइट का ध्यान रखना बेहद जरूरी है ताकि उनके ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल रहें। डाइट में रोटी हमारे खाने का अहम हिस्सा है। सिर्फ गेहूं की रोटी का सेवन करने से शुगर बढ़ने का खतरा रहता है इसलिए डायबिटीज के मरीज ऐसे आटे का सेवन करें जो डायबिटीज को कंट्रोल करें। आइए एक्सपर्ट सीमा गोविंद से जानते हैं कि डायबिटीज के मरीज शुगर को कंट्रोल करने के लिए किस आटे का सेवन करें।
आटा कैसे तैयार करें: डायबिटीज के मरीज रोटी बनाने के लिए सबसे पहले घर में आटा की सामग्री इकट्ठा करें। तीन किलो गेहूं, एक किलो जौ, आधा किलो चना , 200 ग्राम सोयाबीन, 100 ग्राम अलसी, 100 ग्राम मेथी और 100 ग्राम कलौंजी, 50 ग्राम अजवाइन डालकर अच्छे से मिक्स कर लें और उस आटे को चक्की पर पीसकर उसका आटा बना लें। इस मल्टीग्रेन आटा से तैयार रोटी आपकी बॉडी को हेल्दी रखेगी और बॉडी में शुगर का स्तर भी कंट्रोल रहेगा।
भोजन में कार्ब्स की अधिक मात्रा ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकती है इसलिए डायबिटीज के मरीज रोटी के लिए ऐसे आटे का सेवन करें जिसमें कार्ब्स की मात्रा कम हो। इस आटे में मौजूद चना, सोयाबीन,मेथी, कलौंजी और अजवाइन सभी मसाले शुगर को कंट्रोल करने में असरदार है। फाइबर से भरपूर ये रोटी खाने में स्वादिष्ट लगती है और शुगर भी कंट्रोल करती है।
मल्टीग्रेन आटा खाने के फायदे: मल्टीग्रेन आटा से बनी रोटी बॉडी में पोषक तत्वों की एक साथ पूर्ति करती है। सामान्य आटे में आपको सीमित पोषण मिलेंगे लेकिन मल्टीग्रेन आटा में आपके शरीर को भरपूर मात्रा में फाइबर मिलता है जो पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है और कब्ज की समस्या से भी निजात दिलाता है।