डायबिटीज़ एक मेटाबॉलिक डिजीज है जो तब होती है जब ब्लड में शुगर का स्तर असामान्य रूप से बढ़ जाता है। ग्लूकोज़ हमारे शरीर की ऊर्जा का मुख्य स्रोत है और यह खाने से मिलने वाले कार्बोहाइड्रेट्स से प्राप्त होता है। पैंक्रियास नामक अंग इंसुलिन नामक हार्मोन का निर्माण करता है, जो ग्लूकोज़ को रक्त से कोशिकाओं तक पहुंचाता है, ताकि इसे ऊर्जा के रूप में इस्तेमाल किया जा सके।

लेकिन कई बार शरीर पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता, या कोशिकाएं इंसुलिन का सही उपयोग नहीं कर पातीं। इस स्थिति में ग्लूकोज़ कोशिकाओं तक नहीं पहुंच पाता और रक्त में जमा हो जाता है। इससे शरीर की ऊर्जा की मांग पूरी नहीं होती और ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है। समय रहते इसका पता न लगने पर यह दिल, किडनी, आंखों और तंत्रिका तंत्र सहित कई अंगों को प्रभावित कर सकता है।

हेल्थलाइन के मुताबिक डायबिटीज की समय से पहचान कर ली जाए तो स्थिति को गंभीर होने से बचाया जा सकता है। डायबिटीज से पहले की स्थिति प्री-डायबिटीज होती है, अगर इसी स्टेज में ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ने का पता लग जाएं तो जीवनशैली और डाइट में बदलाव करके आसानी से प्री-डायबिटीज को रिवर्स किया जा सकता है। डायबिटीज मरीजों में ब्लड में शुगर का स्तर हाई होने पर कुछ लक्षण दिखते हैं जिन्हें समझना जरूरी है। टाइप 2 डायबिटीज अक्सर धीरे-धीरे विकसित होती है, जिसमें शुरुआती लक्षण बहुत हल्के होते हैं और कई लोग उन्हें अनदेखा कर देते हैं। इन्हें समय रहते पहचानना आपकी स्थिति पर नियंत्रण पाने में मदद कर सकता है। आइए जानते हैं कि ब्लड में शुगर का स्तर हाई होने पर बॉडी में कौन-कौन से लक्षण दिखते हैं।

लगातार थकान होना

अक्सर हम लोग रोज होने वाली थकान को नजरअंदाज कर देते हैं जो गलत है। अगर पूरी नींद लेने के बाद भी आप लगातार थकान महसूस करते हैं तो ये साफ संकेत हो सकता है कि आपका शरीर इंसुलिन का सही तरीके से उपयोग नहीं कर रहा है और ग्लूकोज को ऊर्जा में बदलने में असमर्थ है। लगातार थकान रहती है तो आप तुरंत अपना ब्लड शुगर चेक कराएं।

बार-बार संक्रमण होना

अगर आपको स्किन , मसूड़ों या यूरिनरी ट्रैक्ट में बार-बार संक्रमण होता है तो आप तुरंत अपना ब्लड शुगर टेस्ट कराएं। बॉडी के इन अंगों में होने वाला संक्रमण डायबिटीज़ का शुरुआती संकेत हो सकते हैं क्योंकि हाई ब्लड शुगर  इम्यूनिटी को कमजोर करता है।

भूख में बढ़ोतरी होना

अगर आपको पेट भर के खाने के बाद भी भूख लगती है और बार बार लगती है, ये स्थिति लगातार बनी रहती है तो आप तुरंत अपना ब्लड शुगर का टेस्ट कराएं। भोजन के बाद लगातार भूख लगना यह दर्शाता है कि आपकी कोशिकाएं पर्याप्त ग्लूकोज प्राप्त नहीं कर पा रही हैं, जो इंसुलिन प्रतिरोध का संकेत है। आप अनियंत्रित भूख लगने पर तुरंत ब्लड शुगर का टेस्ट कराएं।

आंखों से धुंधला दिखाई देना

ब्लड शुगर का स्तर अचानक बदलने से आंख के लेंस का आकार अस्थायी रूप से प्रभावित हो सकता है, जिससे दृष्टि धुंधली हो जाती है। हाई या कम शुगर लेवल के कारण आंखों में तरल पदार्थ का संतुलन बिगड़ सकता है, जिससे लेंस में सूजन या आकार में बदलाव होता है। इसी वजह से मरीज को पास या दूर की वस्तुएं साफ़ दिखाई नहीं देतीं और देखने में धुंधलापन महसूस होता है। यह समस्या अक्सर अस्थायी होती है, लेकिन अगर लगातार बनी रहे तो यह डायबिटीज़ के लंबे समय तक नियंत्रण न होने का संकेत भी हो सकता है। इसलिए धुंधली दृष्टि होने पर समय पर आंखों की जांच कराना जरूरी है।

अधिक प्यास लगना

ब्लड में शुगर का स्तर हाई होने पर प्यास बार-बार लगती है जिसके लिए ब्लड में शुगर का हाई स्तर जिम्मेदार है।  ब्लड में अधिक शुगर किडनी पर दबाव डालता है, जिससे बार-बार प्यास लगना और डिहाईड्रेशन जैसी दिक्कत हो सकती है।

घावों का धीरे-धीरे भरना

हाई ब्लड शुगर का स्तर होने पर घाव धीरे-धीरे भरता है, क्योंकि हाई ब्लड शुगर रक्त संचार को प्रभावित कर सकता है और कट या चोट के भरने की प्रक्रिया को धीमा कर देता है। अगर आप इस तरह की स्थिति महसूस कर रहे हैं तो तुरंत HBA1C टेस्ट कराकर शुगर की स्थिति की पहचान करें। ये टेस्ट पिछले 3 महीनों में ब्लड में शुगर का स्तर हाई होने की जानकारी देता है।