कोलेस्ट्रॉल बॉडी में बनने वाला वसायुक्त चिपचिपा पदार्थ है जो ब्लड वैसल्स और दिल से जुड़ी बीमारियों का कारण बनता है। कोलेस्ट्रॉल दो तरह का होता है, एक खराब कोलेस्ट्रॉल जिसे LDL कोलेस्ट्रॉल कहते है। दूसरा HDL होता है जिसे गुड कोलेस्ट्रॉल कहते हैं। कोलेस्ट्रॉल एक तरह की वसायुक्त (fatty) पदार्थ है जो हमारी बॉडी के लिए जरूरी है। ये शरीर की कोशिकाओं को बनाने में मदद करता है, लेकिन इसकी अधिक मात्रा हानिकारक हो सकती है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लिए कई कारण जिम्मेदार होते हैं जैसे अत्यधिक तले-भुने और वसा युक्त भोजन का सेवन करना, शारीरिक गतिविधि में कमी, मोटापा, धूम्रपान और शराब का सेवन, आनुवंशिक (Genetic) कारण और डायबिटीज की वजह से खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है।

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर बॉडी में उसके कुछ लक्षण दिखने लगते हैं। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर आमतौर पर जो लक्षण दिखते हैं उनमें सीने में दर्द, हाथों और पैरों में झुनझुनी या ठंडापन,स्किन पर पीले या सफेद रंग की गांठे, थकान या सांस फूलने जैसे लक्षण दिखते हैं। लेकिन आप जानते हैं कि खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर आंखों के पास भी कुछ लक्षण दिखते हैं जो बताते हैं कि आपका कोलेस्ट्रॉल हाई है और जो आपके दिल के लिए खतरे का अलार्मिंग साइन है।

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉक्टर विनोद शर्मा ने बताया हाई कोलेस्ट्रॉल दिल और स्ट्रोक की बीमारी का खतरा बढ़ाता है। साइलेंट किलर इस बीमारी के बढ़ने पर बॉडी में कुछ लक्षण दिखते हैं। आंखों के पास हाई कोलेस्ट्रॉल के कुछ खास लक्षण दिखते हैं जिन्हें देखकर पता लगाया जा सकता है कि बॉडी में खराब कोलेस्ट्रॉल (Low-Density Lipoprotein) बढ़ रहा है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि आंखों के पास हाई कोलेस्ट्रॉल के कौन-कौन से लक्षण दिखते हैं।

बेड कोलेस्ट्रॉल बढ़ते ही आंखों में दिखाई देने लगते हैं ये 4 लक्षण

  1. आंखों के आस-पास सफेद या पीले निशान होना
  2. आंखों में कार्निया के चारों तरफ सफेद या ब्लू रंग का सर्कल बनना जिसे Arcus senilis कहा जाता है।

  3. आंखों से धुंधला दिखाई देना भी खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का कारण है।
  4. आंखों में दर्द और जलन होना भी खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण हैं।
  5. इस स्थिति में मरीज के peripheral vision में बदलाव होता है। पैरिफिरल विजन का मतलब साइट में देखने में मरीज को परेशानी होना है। इस स्थिति में मरीज गर्दन को बिना हिलाए साइट में देख नहीं सकता।

कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करेंगे खट्टे फल

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. विनोद शर्मा ने कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के लिए कुछ फ्रूट्स का सेवन करने की सलाह दी है। विटामिन सी से भरपूर खट्टे फल न सिर्फ इम्यूनिटी को मजबूत करेंगे बल्कि कोलेस्ट्रॉल को भी कंट्रोल करेंगे। डाइट में संतरा,नींबू,आंवला,अंगूर और मौसमी का सेवन करके आप कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल कर सकते हैं। फाइबर और विटामिन सी से भरपूर इन फलों में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी मौजूद होते हैं जो दिल को हेल्दी रखने में मदद करते हैं। इनका सेवन करने से नसों में जमा गंदा कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहता है और दिल की सेहत में सुधार होता है।

लहसुन का करें सेवन

 कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि लहसुन का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहता है। लहसुन में Allicin नामक सक्रिय यौगिक होता जो कोलेस्ट्रॉल के संश्लेषण को रोकता है और LDL कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और दिल के रोगों का खतरा टलता है। एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर लहसुन धमनियों की सूजन को रोकने में मदद करता है।

एवोकाडो खाएं

एवोकाडो एक ऐसा फल है जिसमें मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स मौजूद होता है जो खराब कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है और गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। फाइबर से भरपूर इस फल का सेवन करने से नसों में जमा खराब कोलेस्ट बाहर निकालने में मदद मिलती है। एंटीऑक्सीडेंट्स और प्लांट बेस्ड यौगिक से भरपूर एवोकाडो दिल की सेहत में सुधार करता है और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करता है।

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