डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसे कंट्रोल करना जरूरी है। इंसुलिन एक आवश्यक हार्मोन है जो ब्लड में शुगर के स्तर को कंट्रोल करता है। पैंक्रियाज इंसुलिन का उत्पादन करता है और ब्लड से शुगर को कोशिकाओं में ले जाने में मदद करता है। जब कोशिकाएं इंसुलिन प्रतिरोधी होती हैं तो वो इंसुलिन का प्रभावी ढंग से उपयोग नहीं कर पाती हैं, जिससे ब्लड में शुगर का स्तर हाई हो जाता है।

जब पैंक्रियाज ब्लड में शुगर का स्तर हाई महसूस करता है तो पैंक्रियाज प्रतिरोध को कम करने के लिए और ब्लड में शुगर के स्तर को कंट्रोल करने के लिए और ज्यादा इंसुलिन का निर्माण करता है। जब पैंक्रियाज इंसुलिन का कम उत्पादन करता है तो ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ने लगता है। टाइप-2 डायबिटीज में ये परेशानी आम है। इसके अलावा, लंबे समय तक ब्लड में शुगर का स्तर हाई रहने से नसों और अंगों को नुकसान पहुंच सकता है।

प्रीडायबिटीज, टाइप-2 डायबिटीज की फैमिली हिस्ट्री और अधिक मोटापा वाले लोगों को इंसुलिन प्रतिरोध का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए इंसुलिन का पर्याप्त मात्रा में उत्पादन होना जरूरी है ताकि शुगर कंट्रोल रहे। शुगर कंट्रोल नहीं होने पर दिल, किडनी और बॉडी के कई अंगों को नुकसान पहुंच सकता है।

डायबिटीज के मरीज इंसुलिन का उत्पादन करने के लिए दवाईयों के साथ ही कुछ हर्ब्स का भी सेवन कर सकते हैं। कुछ हर्ब्स ऐसी हैं जो इंसुलिन का उत्पादन तेजी से कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि कौन से ऐसे हर्ब्स हैं जो इंसुलिन का उत्पादन कर सकते हैं। मेथी, हल्दी, अदरक और लहसुन सहित कुछ ऐसी जड़ी-बूटियां और मसालें हैं जो इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ाने के लिए बेहद असरदार साबित होते हैं। आइए जानते हैं कि नेचुरल इंसुलिन बढ़ाने में ये हर्ब्स कैसे असरदार साबित होते हैं।

मेथी दाना से करें इंसुलिन का उत्पादन:

मेथी दाना में भरपूर घुलनशील फाइबर होता है जो प्रभावी ढंग से इंसुलिन के उत्पादन में मदद करता है। इसका सेवन खाने में या फिर इसका पानी उबाल कर पीने से ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल रहता है। आप मेथी दाना का सेवन रोटी में बेक करके भी कर सकते हैं। मेथी दाना एक ऐसा मसाला है जो तेजी से शुगर को कंट्रोल करता है और नेचुरल तरीके से इंसुलिन का उत्पादन करता है।

हल्दी से करें इंसुलिन का उत्पादन:

औषधीय गुणों से भरपूर हल्दी का सेवन करने से डायबिटीज के मरीजों को फायदा पहुंचता है। हल्दी में करक्यूमिन नामक एक सक्रिय घटक होता है, जिसमें मजबूत एंटीऑक्सिडेंट और एंटी इंफ्लामेट्री गुण मौजूद होते हैं। हल्दी का सेवन करने से ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल रहता है और इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार होता है।

अदरक का करें सेवन:

डायबिटीज के मरीजों के लिए अदरक एक ऐसा मसाला या हर्ब्स है जो औषधीय गुणों से भरपूर है। अदरक का सेवन करने से इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार होता है। शुगर के मरीज अदरक का सेवन दूध के साथ कर सकते हैं या फिर खाने में भी कर सकते हैं।

लहसुन से करें नेचुरल इंसुलिन का निर्माण:

जानवरों पर किए गए अध्ययन के मुताबिक लहसुन इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करने और इंसुलिन का निर्माण करने में बेहद असरदार साबित होता है। एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर लहसुन इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाता हैं और शुगर को कंट्रोल करता है।