यूरिक एसिड का बढ़ना खराब खान-पान और बिगड़ते लाइफस्टाइल का नतीजा है। हम जो कुछ भी खाते हैं उससे यूरिक एसिड बनता है। यूरिक एसिड को किडनी फिल्टर करती है और बॉडी से बाहर निकालती है। दिन में लगभग 400 बार किडनी खून को फिल्टर करती है। कुछ कारणों की वजह से ज्यादा यूरिक एसिड बढ़ने लगे या फिर किडनी यूरिक एसिड को फिल्टर नहीं कर सके तो बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता है।
यूरिक एसिड बढ़ने से बॉडी में उसके लक्षण दिखना शुरू हो जाते हैं जैसे पैरों और एड़ियों में दर्द होना, पैरों में सूजन आना, शुगर हाई होना, बुखार आना और किडनी में स्टोन की परेशानी हो सकती है। यूरिक एसिड का स्तर हाई होने से किडनी फेल होने का खतरा भी बढ़ने लगता है। यूरिक एसिड का बनना परेशानी नहीं है लेकिन उसका बढ़ना और बॉडी से बाहर नहीं निकलना परेशानी की बात है। आप भी यूरिक एसिड के बढ़ने से परेशान हैं तो बाबा राम देव से जानिए कि कैसे यूरिक एसिड को कंट्रोल करें।
डाइट में खट्टी चीजों से परहेज करें: बाबा रामदेव के मुताबिक यूरिक एसिड को कंट्रोल करना चाहते हैं को खाने में खट्टी चीजों का सेवन करने से परहेज करें। डाइट में नींबू, आचार, खट्टी चीजें यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकती है।
गोखरू का सेवन करें: गोखरू एक ऐसी जड़ी बूटी है जिसका सेवन सदियों से कई बीमारियों का उपचार करने में किया जा रहा है। गोखरू का इस्तेमाल गठिया के इलाज में भी किया जाता है। इसके सेवन से जोड़ो के दर्द और मांसपेशी के दर्द में आराम मिलता है। इसके लिए आपको गोखुरू का काढ़ा बनाकर उसका सेवन करें। गोखरू का काढ़ा बनाने के लिए गोखरू का पाउडर, सूखा अदरक और पानी को बराबर मात्रा में उबाल कर उसका काढ़ा बनाएं और सुबह शाम उसका सेवन करें।
एड़ी की एक्सरसाइज कीजिए: दोनों पैरों को मिलाते हुए पूरे पंजे को एड़ी सहित धीरे-धीरे आगे और पीछे दबायें। आगे-पीछे दबाते समय एड़ी का जमीन पर घर्षण होगा। यह अभ्यास सियाटिका पेन तथा घुटनों के दर्द से निजात पाने के लिए उपयोगी है।
मेथी के लड्डू खाएं: यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए मेथी के लड्डू खाएं। मेथी के लड्डू खाने से आर्थराइटिस की समस्या में फायदा मिलता है। मेथी के लड्डू इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग बनाते हैं। रोजाना सुबह इनका सेवन करने से यूरिक एसिड कंट्रोल रहता है।
गिलोय से करें यूरिक एसिड कंट्रोल: गिलोय में एंटी-इंफ्लेमेट्री और दर्द कम करने के गुण पाए जाते हैं जो यूरिक एसिड के लक्षणों को कम करने में असरदार साबित होते हैं। गिलोय के तने का रस अर्थराइटिस यानी गठिया को ठीक करने के लिए सबसे प्रभावी आयुर्वेदिक उपचारों में से एक है।
चंद्र प्रभा वटी: आयुर्वेदिक औषधीयों से यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद मिलती है। चंद्र प्रभा वटी एक ऐसी औषधी है जिसका सेवन करने से सूजन और दर्द से राहत मिलती है। चंद्रप्रभा वटी को यूज करने से किसी प्रकार का साइड इफेक्ट नहीं होता है।