हमारे शरीर की सफाई और संतुलन बनाए रखने में किडनी की अहम भूमिका होती है। किडनी का काम है खून को फिल्टर करना, शरीर से टॉक्सिन और अतिरिक्त पानी निकालना और हार्मोन संतुलन बनाए रखना है, लेकिन खानपान और लाइफस्टाइल पर ध्यान नहीं दिया जाए तो यह नाजुक अंग धीरे-धीरे कमजोर होने लगता है। इसके अलावा खानपान से किडनी की पथरी भी हो सकती है। हालांकि, गुर्दे की पथरी एक बार की समस्या नहीं है। एक बार गुर्दे की पथरी बन जाने के बाद, इसके दोबारा होने का डर हमेशा मन में बना रहता है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, गुर्दे की पथरी से पीड़ित मरीजों के अगले दस वर्षों में फिर से इससे पीड़ित होने की 50 प्रतिशत से अधिक संभावना होती है। पथरी के कारण होने वाले दर्दनाक अनुभव कोई भी कभी नहीं भूल पाया है। ऐसे में लाइफस्टाइल, खानपान और पानी के सेवन पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है। सर्जन, यूरोलॉजिस्ट, डॉ. नितिन श्रीवास्तव ने बताया कि किडनी की पथरी से परेशान लोगों को किन चीजों से दूरी बनानी चाहिए और कैसे बचाव करना चाहिए।
ऑक्सलेट युक्त फूड्स
पालक , चुकंदर, मूंगफली, बादाम, काजू और चॉकलेट जैसे फूड्स ऑक्सालेट से भरपूर होते हैं। जब ये तत्व शरीर में प्रवेश करते हैं, तो कैल्शियम के साथ मिलकर गुर्दे या मूत्राशय में कठोर पथरी बनाते हैं। यह गुर्दे की पथरी का एक प्रमुख कारण है, जो लोग ऐसी चीजों का अधिक सेवन करते हैं, उन्हें बार-बार पथरी होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में इनका सेवन सीमित करना आवश्यक है। इसके बजाय, खीरा, तरबूज, अंगूर, फूलगोभी जैसी कम ऑक्सलेट वाली सब्जियां और फल शामिल करें। पर्याप्त पानी पीने से शरीर से ऑक्सालेट बाहर निकालने में मदद मिलती है।
नमक और सोडियम से भरपूर फूड
आजकल प्रोसेस्ड फूड, पैकेज्ड फूड और फास्ट फूड का सेवन काफी बढ़ गया है। इन सभी में सोडियम की मात्रा ज्यादा होती है। सोडियम की अधिकता से शरीर में मौजूद कैल्शियम मूत्र के जरिए बाहर निकल जाता है। यही कैल्शियम गुर्दे की पथरी का मुख्य कारण है। इसलिए सबसे पहला उपाय है कि नमकीन चीजों को कम किया जाए। इसके लिए ताजी सब्जियां, फल, घर का बना खाना और हल्के मसालों का सेवन बेहतर होता है।
पशु-आधारित फूड और मांस-आधारित आहार
जानवरों के मांस में प्रोटीन के साथ-साथ प्यूरीन भी अधिक मात्रा में होता है। ये प्यूरीन शरीर में जाकर यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ा देते हैं और यूरिक एसिड स्टोन बन जाते हैं। इसके अलावा मांस में मौजूद प्रोटीन पेशाब को ज्यादा अम्लीय बना देते हैं, जिससे स्टोन बनने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए ज्यादा मांस खाने से बचना जरूरी है। इसके बजाय दालें जैसे मसूर, चना, सोयाबीन, अनाज और सब्जियां खाने में शामिल करनी चाहिए। ये शरीर को जरूरी प्रोटीन प्रदान करते हैं और किडनी को नुकसान नहीं पहुंचाते।
मीठे ड्रिंक्स
चीनी न केवल शरीर के कई अंगों को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि किडनी के लिए भी उतनी ही हानिकारक है। मीठे कोल्ड ड्रिंक्स, सोडा, पैकेज्ड जूस, एनर्जी ड्रिंक्स में फ्रुक्टोज की मात्रा ज्यादा होती है। फ्रुक्टोज किडनी स्टोन के निर्माण को बढ़ावा देता है। जो लोग अक्सर ऐसे ड्रिंक्स का सेवन करते हैं, उनमें पथरी होने की संभावना ज्यादा होती है।
कैफीन और विटामिन सी का ज्यादा सेवन
कोला में फॉस्फोरिक एसिड होता है, जो सीधे तौर पर गुर्दे की पथरी के निर्माण को बढ़ाता है। कैफीन शरीर को निर्जलित करता है, मूत्र की मात्रा कम करता है और पथरी बनने का खतरा बढ़ाता है। इसके अलावा कई लोग विटामिन सी सप्लीमेंट्स भी ज्यादा मात्रा में लेते हैं। इसके ज्यादा सेवन से शरीर में ऑक्सालेट बनता है, जिससे दोबारा पथरी बनने लगती है।
इसके अलावा खाने के बाद इन 2 चीजों को तुरंत चबा लीजिए, पाचन तंत्र करने लगेगा तेजी से काम, सुबह उठते ही पेट की हो जाएगी सफाई।