ह्यूमन बॉडी में मौजूद हर एक अंग बेहद महत्वपूर्ण है। शरीर के इन्हीं जरूरी अंगों में से एक किडनी कई कार्यों में अहम भूमिका निभाती हैं। इनमें भी किडनी का मुख्य काम खून से विषाक्त पदार्थों को हटाना और इन्हें फिल्टर कर यूरिन के रास्ते बाहर निकाल देना है।

आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि आपके शरीर में मौजूद दोनों किडनी मिलकर हर एक दिन में यानी 24 घंटे में करीब 200 लीटर तरल पदार्थ फिल्टर करती हैं। ऐसे में अगर किडनी ठीक ढंग से काम न करें, तो इससे खून मे विषाक्त पदार्थ जमने लगेंगे और इसके चलते आपको कई गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में किडनी की सेहत का ख्याल रखना बेहद जरूरी हो जाता है।

हालांकि, आज की खराब जीवनशैली और खानपान की गलत आदतों के चलते कम उम्र में भी लोग किडनी से जुड़ी परेशानी लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। इसके अलावा शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाने पर भी किडनी पर बेहद खराब असर पड़ता है। ऐसे में अगर आप भी हाई यूरिक एसिड से परेशान रहते हैं तो यहां हम आपको यूरिन में नजर आने वाले 3 ऐसे लक्षणों के बारे में बता रहे हैं, जो बताते हैं कि हमारी किडनी पर गलत असर पड़ रहा है। इन लक्षणों को पहचानकर समय रहते सही इलाज के साथ आप परेशानी को अधिक गंभीर होने से बचा सकते हैं।

यूरिन में नजर आने वाले इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज

बार-बार पेशाब आना

बार-बार पेशाब आना किडनी के खराब होने की ओर अहम संकेत है। दरअसल, किडनी के खराब होने पर इसके फिल्टर क्षतिग्रस्त हो जाते हैं, जिसके चलते व्यक्ति को बार-बार पेशाब आने की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अगर आप भी इस तरह की परेशानी से जूझ रहे हैं, तो बिना अधिक देरी के डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

पेशाब में झाग बनना

झागदार पेशाब भी खराब किडनी की ओर इशारा है। किडनी खराब होने की स्थिति में पेशाब के माध्यम से शरीर का प्रोटीन ज्यादा बाहर आने लगता है, जिससे पेशाब अधिक झागदार बनता है। ऐसे में अगर आपको इस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, तो जल्द किडनी की जांच कराएं।

पेशाब में खून आना

इन सब के अलावा पेशाब में खून आना भी किडनी में गंभीर परेशानी की ओर इशारा है। किडनी ठप पड़ने की स्थिति में पेशाब का रंग बदलकर भूरा हो जाता या है या कई बार पेशाब में खून भी आने लगता है। बता दें कि इस लक्षण को नजरअंदाज करना जानलेवा भी हो सकता है। पेशाब के रास्ते खून गुर्दे की बेहद खराब स्थिति का संकेत देता है, जिसमें अधिक लापरवाही पीड़ित की जान के लिए भी खतरा हो सकती है।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।