COVID-19: भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। बुधवार की सुबह (13 मई) तक कुल पॉजिटिव केसेज की संख्या 74 हजार पार कर गई, जबकि मरने वालों का आंकड़ा भी 2400 से अधिक हो गया। इस बीच एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिर देश को संबोधित किया। उन्होंने 20 लाख करोड रुपए के पैकेज के ऐलान के साथ-साथ लॉक डाउन बढ़ाने की भी घोषणा की। कोरोना वायरस से निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें हर संभव प्रयास में जुटी हैं। इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO ने इस वायरस से बचने के लिए खानपान से जुड़ी कुछ अहम गाइडलाइन जारी की हैं य़।

किचन-चूल्हे को कर लें सैनिटाइज: WHO ने बताया है कि खाना पकाते वक्त किन-किन बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक संक्रमण से बचने के लिए खानपान में खास एहतियात बरतने की जरूरत है। खाना बनाने से पहले और खाना बनाने के दौरान नियमित हाथ धोते रहें। खाना बनाने की जगह, चूल्हे और बर्तनों को अच्छी तरह से धोएं और सैनिटाइज करें। साथ ही रसोई में मक्खी-मच्छर जैसे कीड़े-मकोड़ों और पालतू जानवरों को न आने दें। क्योंकि सेहत को नुकसान पहुंचाने वाले कई सूक्ष्म जीव बर्तन और खाना बनाने के दौरान इस्तेमाल होने वाले कपड़ों पर मौजूद रहते हैं और इनसे बीमारी फैलने का खतरा रहता है।

नॉनवेज पकाते वक्त इन बातों का रखें खास ख्याल: डब्ल्यूएचओ के मुताबिक पोल्ट्री उत्पादों जैसे- कच्चे गोश्त और सीफूड को खाने-पीने की दूसरी चीजों से बिल्कुल दूर रखें। कच्चे भोजन को हैंडल करते वक्त अलग बर्तन और चाकू आदि का इस्तेमाल करें। तैयार खाने और कच्चे भोजन के बीच किसी तरह का संपर्क ना हो इसका भी खास ख्याल रखें। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक कच्चे भोजन, खासकर मांस और पोल्ट्री उत्पादों में तमाम ऐसे सूक्ष्म जीव होते हैं, जो पकाने के दौरान खाने-पीने की दूसरी चीजों को संक्रमित कर सकते हैं।

इन बातों का भी रखें ध्यान:
– गोश्त, पोल्ट्री उत्पाद, मछली और दूसरे सी-फूड को अच्छी तरह से पकाएं
– सूप और स्टू जैसी चीज़ों को उबालते समय तापमान 70 डिग्री सेल्सियस तक ज़रूर हो
– मांस और पोल्ट्री उत्पाद तैयार करते वक़्त ये ध्यान रहे कि उसकी ग्रेवी गुलाबी न रहे
– खाने-पीने के सामान को फ्रिज में ज़्यादा समय के लिए स्टोर न करें
– एक्सपायर हो चुकी किसी चीज को बिल्कुल भी न खाएं