जेट लैग अक्सर यात्रा करने वालों के लिए एक आम चुनौती है, इसकी गंभीरता हल्की थकान से लेकर लंबे समय तक बेचैनी तक हो सकती है। हालांकि, यह समस्या विभिन्न समय क्षेत्रों में यात्रा करने वाले सभी लोगों को प्रभावित करती है, लेकिन यह अलग-अलग व्यक्तियों में काफी भिन्न होती है। मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में आंतरिक चिकित्सा सलाहकार डॉ. बिक्की चौरसिया ने बताया कि जेट लैग की समस्या कुछ लोग में दूसरों की तुलना में अधिक प्रभावित क्यों होती है।

दरअसल, आज के समय में युवाओं के लिए ट्रैवलिंग लाइफस्टाइल का अहम हिस्सा बन चुका है। काम के सिलसिले में बिजनेस ट्रिप हो या विदेश घूमने का प्लान, एयर ट्रैवलिंग बढ़ने से युवाओं में भी जेट लैग की समस्या तेजी से सामने आ रही है। हालांकि, जेट लैग कोई गंभीर बीमारी नहीं है, लेकिन शरीर की बॉडी क्लॉक यानी सर्केडियन रिदम को बिगाड़ देती है, जिससे नींद, भूख और एनर्जी पर असर पड़ता है। ऐसा लंबे समय तक होने से कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होने का खतरा भी बढ़ जाता है।

क्या है जेट लैग

डॉ. बिक्की चौरसिया के अनुसार, जेट लैग कुछ लोगों को कई कारकों के संयोजन के कारण अधिक गंभीर जेट लैग का अनुभव होता है। जेट लैग जिसे जेट लैग विकार भी कहा जाता है। यह एक अस्थायी नींद की समस्या है, जो किसी भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है जो कई समय क्षेत्रों में तेजी से यात्रा करता है।

जेट लैग के लक्षण

जेट लैग के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। आपको सिर्फ एक लक्षण हो सकता है या कई लक्षण भी हो सकते हैं। जेट लैग के लक्षणों में नींद संबंधी समस्याएं जैसे कि सो न पाना या जल्दी जाग जाना, दिन में थकान, अपने सामान्य स्तर पर ध्यान केन्द्रित करने या कार्य करने में असमर्थ होना, पेट की समस्याएं जैसे कब्ज या दस्त और मूड बदलना आदि।

आयु

डॉ. बिक्की चौरसिया के मुताबिक, वृद्ध व्यक्तियों को अक्सर जेट लैग के अधिक गंभीर लक्षणों का सामना करना पड़ता है। ऐसा आंशिक रूप से इसलिए होता है, क्योंकि उम्र बढ़ने के साथ शरीर की सर्कैडियन लय में बदलावों के प्रति जल्दी से अनुकूल होने की क्षमता कम हो जाती है।

पहले से नींद संबंधी समस्या

जिन लोगों को पहले से नींद से संबंधी समस्या होती है। उन्हें जेट लैग का अनुभव अधिक हो सकता है। अनिद्रा, स्लीप एपनिया या रेस्टलेस लेग सिंड्रोम जैसी स्थितियां, नई नींद की दिनचर्या के साथ समायोजन को कठिन बनाकर जेट लैग को और अधिक बढ़ा सकती हैं।

ट्रैवल डायरेक्शन

ट्रैवल डायरेक्शन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। पूर्व की ओर उड़ान भरने (जैसे, न्यूयॉर्क से लंदन) के लिए शरीर की प्राकृतिक सर्कैडियन लय को छोटा करना जरूरी होता है, जो पश्चिम की ओर यात्रा करने (जैसे, न्यूयॉर्क से लॉस एंजिल्स) की तुलना में लंबी करने से ज्यादा चुनौतीपूर्ण होता है।

ट्रैवल की फ्रीक्वेंसी और टाइम

बार-बार हवाई यात्रा करने वाले या लंबी दूरी की उड़ान भरने वाले यात्रियों को अपने सर्कैडियन लय में संचयी व्यवधान का अनुभव हो सकता है, जिसके चलते अधिक गंभीर और लंबे समय तक चलने वाले जेट लैग के लक्षण हो सकते हैं।

जेट लैग से बचाव

  • ट्रैवल से पहले नींद का शेड्यूल एडजस्ट करें
  • फ्लाइट के दौरान पानी ज्यादा पिएं, जिससे शरीर हाइड्रेटेड रहेगा और थकान कम होगी
  • अल्कोहल और कैफीन के सेवन से बचें
  • फ्लाइट में छोटी-छोटी नींद लें
  • हल्का और पौष्टिक खाना खाएं

वहीं, NCBI में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, लिवर को हेल्दी रखने के लिए विटामिन ए और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा शरीर में जरूर होनी चाहिए।