खुश रहना जिंदगी के लिए जरूरी है। खुश रहने से न सिर्फ बॉडी हेल्दी रहती है बल्कि दिमाग भी शांत रहता है। खुश रहने के लिए खुशी के हॉर्मोन का रिलीज होना जरूरी है। ख़ुशी का सीधा संबंध मन-मस्तिष्क एवं भावनाओं से होता है। हमारी खुशी हैप्पी हॉर्मोन से जुड़ी है। हैप्पी हॉर्मोन चार तरह के होते हैं जैसे डोपामाइ, सेरोटोनिन, ऑक्सीटोसिन और एंडोर्फिंस हॉर्मोन। इन सभी हॉर्मोन की अलग-अलग जिम्मेदारी होती है।
हार्वर्ड विश्वविद्यालय द्वारा सच्ची खुशी पर किए गए शोध से यह निष्कर्ष निकला है कि खुश रहने से हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और लंबे समय तक जीने में मदद मिलती है। हैप्पी हॉर्मोन को बॉडी खुद ही पैदा करती है। डोपामाइन हॉर्मोन हमें अच्छा महसूस कराता है। सेरोटोनिन अवसाद को कम करता है और एंडोर्फिन हमें खुश करते हैं। जब हम खुश रहते हैं तो बॉडी हेल्दी रहती है।
जापानी लोग खुश रहने के लिए कुछ आदतों को अपनाते हैं। ये आदतें हैप्पी हॉर्मोन को रिलीज करती है और आपको लम्बे समय तक खुश रहने के लिए प्रेरित करती हैं। IKAIGAI के मुताबिक कुछ आदतें ऐसी हैं जो आपको खुश रख सकती है। इन आदतों को अपनाकर आप अपनी शारीरिक और मानसिक सेहत को दुरुस्त कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि जापानी लोग खुश रहने के लिए कौन सी आदतों को अपनाते हैं।
परफेक्शन के पीछे नहीं भागें
परफेक्शन के पीछे भागना क्यों, इस आदत को तुरंत बंद कर देना चाहिए। परफेक्ट होना अच्छी आदत है लेकिन ये आदत आपके तनाव को बढ़ाती है और आपकी बॉडी को बीमार बनाती है। आप परफेक्शन के पीछे नहीं भागे बल्कि फ्लो स्टेज में रहें। जापानी लोग जो भी करते हैं उसमें खो जाते हैं, इसलिए खुश रहते हैं। आप खुश रहेंगे तो आप हेल्दी रहेंगे। अगर आप खुश रहना चाहते हैं तो एकाग्रता को बढ़ाएं और परफेक्शन के चक्कर में खुद को परेशान नहीं करें।
हस्ते रहिए
आप किसी भी स्थिति में रहें बस मुस्कुराते रहें। जापान के लोग जीवन की कठिनाइयों से घबराते नहीं है बल्कि वो चैलेंज मानते हुए हर हाल में मुस्कुराते हैं। जापान में एक कहावत मशहूर है कि आप पहले महसूस करें कि तकलीफ है,फिर स्वीकार करें कि तकलीफ है और फिर मुस्कुराओं। जापान के लोगों की इस कहावत को अपना लें तो हर हाल में खुश रहना सीख जाएंगे।
डाइट भी आपको रखती है खुश
जापान के लोग 80 फीसदी तक पेट को खाली रखते हैं। जब आप पेट भरकर नहीं खाते तो आपका शरीर और मन भारी नहीं होता। सीमित मात्रा में खाना खाने से आपका दिमाग अलर्ट रहता है। आपका दिमाग हमेशा एक्टिव रहता है और वो सोचना बंद नहीं करता। आप जानते हैं कि जब आप एलर्ट रहते हैं तो आप नेगेटिव साइकल में नहीं फंसते। जापान के लोगों की इन आदतों को अपना लें अपने आप हैप्पी हॉर्मोन रिलीज होंगे और आप हमेशा हेल्दी रहेंगे।