जापान एक ऐसा देश है जहां लोग लम्बी उम्र तक हेल्दी रहते हैं और लम्बी उम्र तक जीते हैं। जापान के लोग बाकी देशों के लोगों की तुलना में ज्यादा स्लिम और एक्टिव दिखते हैं। जहां दुनिया के बाकी देशों में अनहेल्दी फूड्स के सेवन का चलन और ओबेसिटी रेट बढ़ गया है वहीं जापान में ओबेसिटी रेट 3.5 फीसदी है। जापान में पतले लोगों की संख्या ज्यादा है। यहां के लोग खुश रहते हैं, एक्टिव रहते हैं और लम्बी उम्र तक जीते भी हैं। अब सवाल ये उठता है कि आखिर जापान के लोग बॉडी को स्लिम रखने के लिए किस तकनीक का इस्तेमाल करते हैं।

यहां के लोग ikigai को फॉलो करते हैं। इकिगाई एक जापानी अवधारणा है जिसे अपनाकर जीवन को सुखी और हेल्दी बना सकते हैं। जापानी लोग वजन को कम करने के लिए अपनी कैलोरी काउंट पर ज्यादा ध्यान देते हैं। कुछ खास तरीकों को अपनाकर वो अपने वजन को असरदार तरीके से कंट्रोल करते हैं। जापान के लोग वजन कम करने के लिए 5 खास तरीके अपनाते हैं और 100 साल तक पतले और हेल्दी रहते हैं। आइए जानते हैं कि जापान के लोग पतला होने के लिए कैसी डाइट का सेवन करते हैं।

भूख का 80 फीसदी ही खाते हैं

जापान के लोग लम्बी उम्र तक हेल्दी और पतले रहने के लिए कम खाते हैं। वो पेट भरकर कभी भी भोजन नहीं करते।  जापानी लोगों का पेट जब 80 फीसदी तक भर जाता है तो वो खाना छोड़ देते हैं। कैलोरी पर प्रतिबंध और माइंडफुल ईटिंग कल्चर प्रैक्टिस की मदद से जापान के लोग खुद को पतला रखते हैं। उनकी रोजमर्रा की डाइट में कुछ फूड्स कॉमन होते हैं जिसमें  miso soup, grilled salmon और ढेर सारे चावल होते हैं। इन फूड्स की मदद से जापानी लोग अपना वजन कम रखते हैं।

खाने के लिए चॉप स्टिक का करते हैं सेवन

हम भारतीय चावल खाने के लिए चम्मच का इस्तेमाल करते हैं और भर-भर कर खाते हैं, लेकिन जापानी लोग चावल और बाकी फूड खाने के लिए चॉप स्टिक का इस्तेमाल करते हैं। आप जानते हैं जब खाना चॉप स्टिक की मदद से खाया जाता है तो खाने की स्पीड कम हो जाती है। ये तकनीक आपके दिमाग को मैसेज देती है कि आपका पेट फुल हो गया है और आप कम खाते हैं।

सी फूड्स का करते हैं सेवन

जापानी लोग रेड मीट की तुलना में सी फूड्स का ज्यादा सेवन करते हैं। रेड मीट का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल, इंफ्लामेशन और मोटापा बढ़ता है जबकि सी फूड्स का सेवन करने से भरपूर ओमेगा-3 फैटी एसिड और प्रोटीन मिलता है,जो मोटापा को कम करने और बॉडी को हेल्दी रखने में मदद करता है।

डेयरी प्रोडक्ट से बनाते हैं दूरी

हम भारतीय डेयरी प्रोडक्ट जैसे दूध,दही, पनीर, छाछ और दूध से बने पदार्थों का सेवन ज्यादा करते हैं जबकि जापानी लोग डेयरी प्रोडक्ट का सेवन बिल्कुल नहीं करते। डेयरी प्रोडक्ट में फैट की मात्रा ज्यादा होती है इसलिए जापानी लोग इन फूड्स से दूर रहते हैं। जहां वेस्टर्न कल्चर में आइसक्रीम और पेस्ट्री जैसी चीजों का सेवन करते हैं वहीं जापानी लोग खाने के बाद ताजे फलों को खाते हैं।

सिरका का करते हैं सेवन

जापानी लोग खाने में कई तरह के पिकल्स का इस्तेमाल करते हैं जिसमें सिरके का सेवन करते हैं। विनेगर और एसिडिटी एसिड बेस्ड फूड होते हैं। रिसर्च के मुताबिक ये एसिड पाचन को दुरुस्त करते हैं। जापानी लोगों के ज्यादातर खाने में ये एसिड मौजूद होते हैं जो उन्हें पतला और हेल्दी रखते हैं। विनेगर का खाने में सेवन करने से तेजी से वजन कंट्रोल रहता है।