डायबिटीज एक क्रॉनिक बीमारी है जिसे सिर्फ कंट्रोल किया जा सकता है। अगर लम्बे समय समय तक ब्लड शुगर का स्तर कंट्रोल नहीं किया जाए तो कई क्रॉनिक बीमारियों जैसे दिल, किडनी और लंग्स को नुकसान पहुंच सकता है। साइलेंट किलर इस बीमारी को कंट्रोल करने के लिए डाइट का ध्यान रखना, बॉडी को एक्टिव रखना और कुछ खास फूड्स का सेवन करना जरूरी है। कुछ खास रेमेडीज ऐसी हैं जिसका सेवन करके आसानी से ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल कर सकते हैं। डायबिटीज मरीज अगर ब्लड शुगर नॉर्मल करना चाहते हैं तो घी का सेवन करें।
डायबिटीज रिवर्सल एक्सपर्ट डॉ. अनुपम घोष के अनुसार, लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले देसी घी का सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। घी के सेवन से शरीर में इंसुलिन का प्राकृतिक रूप से निर्माण होता है, जिससे डायबिटीज मैनेज करने में मदद मिलती है।
जर्नल ऑफ ड्रग डिलीवरी एंड थेराप्यूटिक्स की रिसर्च के मुताबिक चावल डायबिटीज को बढ़ाता है, लेकिन उसे अगर घी के साथ पकाया जाए तो ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल रहता है। चावल और रोटी डायबिटीज बढ़ाते हैं लेकिन उसे घी के साथ खाएंगे तो ब्लड शुगर का स्तर नॉर्मल हो जाएगा। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि डायबिटीज मरीज अगर घी का सेवन करें तो कैसे उनकी शुगर नॉर्मल रहेगी और उनकी बॉडी को फायदा होगा।
घी कैसे ब्लड शुगर नॉर्मल करता है?
घी में मौजूद हेल्दी फैट ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में मदद करता है। घी में मौजूद मोनोअनसैचुरेटेड और सैचुरेटेड फैटी एसिड मौजूद होता है जो दिल की सेहत को दुरुस्त करता है। घी में मौजूद हेल्दी फैट आपके ब्लड में शुगर के स्तर को बहुत ही आसानी से कंट्रोल कर सकता हैं। हेल्दी फैट का सेवन करने से बॉडी में इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ती है जिससे ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल रहता है।
घी में भरपूर मात्रा विटामिन ए,इ,डी और के जैसे विटामिन मौजूद होते हैं जो बॉडी को हेल्दी रखते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी मौजूद होते हैं जो बॉडी में सूजन को कंट्रोल करता है और बॉडी को हेल्दी बनाते हैं। डायबिटीज मरीजों के लिए हेल्दी फैट का सेवन करना बेहद जरूरी है। घी में मौजूद हेल्दी फैट्स जैसे ब्यूटी रेट — Butyrate इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम करने में मदद करते हैं। इससे शरीर में मौजूद इंसुलिन अधिक प्रभावी ढंग से काम करता है और ब्लड शुगर का स्तर स्थिर रहता है।
घी में कार्बोहाइड्रेट बिल्कुल भी नहीं होता। डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए कार्ब्स को डाइट से घटाना बेहद जरूरी है। घी एक ऐसा फूड है जो कार्ब्स फ्री है इसका सेवन करने से इंसुलिन स्पाइक नहीं करता। घी में अच्छी मात्रा में linolenic acid पाया जाता है जो एक तरह का ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है। ये एसिड इंफ्लामेशन कंट्रोल करता है और दिल के रोगों का खतरा टालता है। घी शरीर के कुछ जरूरी हार्मोन, जैसे इंसुलिन और थायरॉइड हार्मोन के निर्माण और संतुलन में मदद करता है। यह डायबिटीज जैसी मेटाबॉलिक बीमारियों को मैनेज करने में मददगार होता है। घी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो शरीर में सूजन को कम करते हैं। डायबिटीज के पीछे क्रॉनिक इन्फ्लेमेशन भी एक बड़ा कारण होता है, इसलिए घी इसका नेचुरल समाधान हो सकता है। घी का सेवन पाचन में सुधार करता है।
दिन भर में घी का सेवन कितना करें
डायबिटीज मरीज ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने के लिए दिन भर में 3 से 4 चम्मच घी का सेवन कर सकते हैं। आप घी का सेवन नाश्ते या दोपहर के भोजन में शामिल करें, इससे कार्ब्स की शुगर रिलीज स्लो होती है। आप घी का सेवन रोटी के साथ और चावल के साथ कर सकते हैं।
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