डायबिटीज एक क्रोनिक मेडिकल कंडीशन है, जिसपर अगर सही तरीके से ध्यान न दिया जाए, तो ये कई जटिलताओं का कारण बन सकती है। खासकर डायबिटीज पेशेंट्स के लिए अपने ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखना बेहद जरूरी होता है। बता दें कि डायबिटीज का कोई सटीक इलाज नहीं है, हालांकि हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि लाइफस्टाइल में हेल्दी बदलाव कर और सही खानपान के साथ ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में मदद मिल सकती है, जिससे डायबिटीज की स्थिति पर काफी हद तक काबू पाया जा सकता है।
इसकी शुरुआत आप अपनी डाइट में छोटे-छोटे बदलाव कर कर सकते हैं। जैसे- आप अपने आहार में प्रोटीन और फाइबर की मात्रा को बढ़ा सकते हैं, शुगर और कार्बोहाइड्रेट की खपत को कम कर सकते हैं, साथ ही अपने नियमित आटे को भी सही आटे के साथ बदल सकते हैं।
डायबिटीज पेशेंट्स के लिए फायदेमंद है इस आटे की रोटी
गौरतलब है कि रोटी भारतीय भोजन की थाली का अहम हिस्सा होती है। वहीं, हमारे देश में अधिकतर लोग गेहूं की रोटी खाना पसंद करते हैं। हालांकि, अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो आप गेहूं के आटे की रोटी न खाकर कटहल के बीज के आटे की रोटी का सेवन कर सकते हैं। कई हेल्थ रिपोर्ट्स बताती हैं कि कटहल के बीज का आटा मधुमेह यानी डायबिटीज को कंट्रोल करने में बेहद फायदेमंद हो सकता है।
कैसे पहुंचाता है फायदा?
इस सवाल को लेकर हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि कटहल का जीआई 50-60 और ग्लाइसेमिक लोड 13-18 होता है, जो डायबिटीज वाले लोगों के लिए पूरी तरह सुरक्षित है। इसके अलावा कटहल के बीज का आटा फाइबर से भरपूर होता है, इसमें फ्लेवोनॉयड्स, विटामिन बी, विटामिन सी और अन्य पोषक तत्व भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो लंबे समय तक ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने में मदद करते हैं। ऐसे में आप गेहूं के आटे की बजाय कटहल के बीज के आटे की रोटियों को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इस तरह आप अपनी सेहत का ख्याल भी रख पाएंगे, साथ ही इनका स्वाद भी आपको खूब पसंद आने वाला है।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।