बढ़ता वजन लोगों के लिए सबसे बड़ी परेशानी है। मोटापा का बढ़ना जितना आसान है उसे घटाना उतना ही मुश्किल है। वजन घटाने के लिए लोग डाइटिंग का सहारा लेते हैं, वर्कआउट करते हैं। डाइटिंग करना काफी मुश्किल काम है खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें ज्यादा खाने की आदत है और जो भूख पर काबू नहीं पा सकते हैं। देश और दुनिया में मोटापा के शिकार लोगों का वजन कम करने के लिए कई तरह की दवाओं का इजाद किया जा रहा है। अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने 2017 में ओज़ेम्पिक (Ozempic) दवा को मंजूरी दी थी जिसे टाइप-2 डायबिटीज का इलाज करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। भारत में ओज़ेम्पिक को 2022 में लॉन्च किया गया था।

डायबिटीज कंट्रोल करने वाली ये दवा वजन घटाने में भी असरदार साबित हो रही है। इस दवा का सेवन लोग वजन कम करने के लिए कर रहे हैं। अब सवाल ये उठता है कि आखिर वजन कम करने की इस दवा की कितनी खुराक का सेवन किया जाए कि वजन कंट्रोल रहे। क्या सिर्फ दवा खाने से वजन कंट्रोल होता है।

डायबिटीज स्पेशलिस्ट सेंटर के अध्यक्ष डॉ. मोहन ने बताया उनके पास काफी पेशेंट ऐसे आते हैं जो वजन कम करने वाली दवा के बारे में पूछताछ करते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि ये वजन कम करने की दवा कैसे असर करती है, क्या सिर्फ दवा खाकर वजन को कंट्रोल किया जा सकता है, सभी सवालों के जवाब एक्सपर्ट से जानते हैं।

वजन घटाने की दवाएं कैसे काम करती हैं

डायबिटीज स्पेशलिस्ट सेंटर के अध्यक्ष डॉ. मोहन ने बताया वेट लॉस करने वाली कुछ दवाएं भूख कम करती हैं, कुछ दवाएं वसा के अवशोषण को रोकती हैं तो कुछ दवाएं ऐसी है जो मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देती हैं या ब्रेन के सिग्नल को प्रभावित करती हैं जिससे वेट लॉस करना आसान होता है।

क्या वजन घटाने वाली दवाएं वजन घटाने का सुरक्षित तरीका है?

वजन घटाने की दवाएं वजन को कम करने के लिए सुरक्षित हैं लेकिन सिर्फ इन दवाओं पर निर्भर होकर आप वजन को कंट्रोल नहीं कर सकते। इन दवाओं का इस्तेमाल करने के साथ ही आप अपने लाइफस्टाइल में बदलाव करें और डॉक्टर से जरूरी सलाह लें। इस दवा का सेवन करने के साथ ही ठीक से मॉनिटरिंग करने की भी जरूरत होती है। 

क्या कम खुराक लेकर वजन घटाया जा सकता है?

वजन घटाने की दवाओं का साइड इफेक्ट आम तौर पर तब होता हैं जब लोग ज्यादा खुराक का सेवन करते हैं। एक्सपर्ट ने बताया अगर आप बहुत कम खुराक लेंगे तो दवा बिल्कुल प्रभावी नहीं हो सकती है। भूख को दबाने वाली दवाएं मस्तिष्क के रसायनों को प्रभावित करके काम करती हैं। अगर इनकी कम खुराक ली जाए तो ये भूख को ठीक से कंट्रोल नहीं कर पाती, जिससे खाने की  क्रेविंग ज्यादा होती है और इंसान ज्यादा खाता है। आप डॉक्टर की सलाह के मुताबिक इन दवाओं का सेवन करें। 

वजन घटाने की दवाएं कब असरदार होती हैं?

वजन घटाने की दवाएं तब सबसे ज्यादा असरदार होती है जब इन दवाओं के साथ ही लाइफस्टाइल में भी बदलाव किया जाए। ये दवा कोई जादुई गोलियां नहीं हैं। वजन घटाने के लिए आप हेल्दी डाइट, नियमित व्यायाम और समय पर नींद जैसी आदतों को भी अपनाएं।

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