डायबिटीज की बीमारी में ब्लड शुगर को कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए लो ग्लाइसेमिक फूड्स का सेवन करना जरूरी है। डायबिटीज के मरीज़ फलों का सेवन करने को लेकर अक्सर कंफ्यूज रहते हैं। उन्हें कुछ फलों को लेकर अक्सर भ्रम होता है कि इनका सेवन करने से तेजी से ब्लड शुगर बढ़ सकता है। फलों में पपीता एक ऐसा फल है जिसके सेहत के लिए अनगिनत फायदे हैं।

शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर पपीता दिल को सेहतमंद रखता है और बॉडी की सूजन को कम करता है। इसका सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहता है। इसका सेवन डेंगू होने पर प्लेटलेट काउंट बढ़ाने में मदद करता है। ये इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग करता है। डायबिटीज कोच और फिटनेस न्यूट्रीशन स्पेशलिस्ट डॉक्टर अनुपम घोष के मुताबिक इतने गुणों से भरपूर पपीता का सेवन अगर खास तरीके से किया जाए तो डायबिटीज कों असानी से कंट्रोल किया जा सकता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि पपीता का कैसे सेवन करें कि डायबिटीज कंट्रोल रहें।

डायबिटीज के मरीजों के लिए पपीता कैसे फायदेमंद है:

पपीता में विटामिन सी भरपूर मौजूद होता है जिसका सेवन करके इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग होती है। पपीता का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 60 है। 100 ग्राम पपीते में 11 ग्राम कार्बोहाइड्रेट मौजूद होता है जो इसे ब्लड शुगर के मरीजों के लिए फायदेमंद बनाता है। इसमें फैट मौजूद नहीं होता है। एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर पपीता बॉडी के इंफ्लेमेशन को दूर करता है।

100 ग्राम पपीता आपकी बॉडी की दिन भर की विटामिन सी की जरूरत को पूरा करेगा। पोषक तत्वों से भरपूर पपीता में विटामिन सी, फोलेट, पोटैशियम और डाइटरी फाइबर बेहद मौजूद होता हैं। पपीते में पानी 89.6 प्रतिशत होता है जो बॉडी को हाइड्रेट रखता है। इसमें प्रोटीन 0.5 प्रतिशत, चर्बी 0.1 प्रतिशत होती है जो वजन को कंट्रोल करती है।

पपीता का सेवन कैसे करें कि ब्लड शुगर कंट्रोल रहें:

एक्सपर्ट के मुताबिक अगर पपीता का सेवन पीनट बटर के साथ किया जाए तो इसे खाकर बॉडी में प्रोटीन की कमी पूरी होती है और ब्लड शुगर भी कंट्रोल रहता है। 200 ग्राम पपीते के साथ दो चम्मच पीनट बटर का सेवन करें पपीता और भी ज्यादा स्वादिष्ट लगेगा और डायबिटीज भी कंट्रोल रहेगी। पीनट और पीनट बटर दोनों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है इसका सेवन पपीता के साथ करने से ब्लड शुगर 100 mg/dl से ज्यादा नहीं होता और कंट्रोल रहेगा।