वॉक करना सेहत के लिए जरूरी है। वॉक करने से ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है, मांसपेशियां मजबूत होती हैं, मांसपेशियों के लचीलेपन में सुधार होता है और सबसे ज्यादा वजन कंट्रोल रहता है। वॉक करने से पूरी बॉडी की एक्सरसाइज होती है। वॉक करने से इंटरनल से लेकर बाहरी ऑर्गन तक हेल्दी रहते है। जिन लोगों के घुटनों में स्टिफनेस होती है वो वॉक करें तो पैरों की जकड़न कंट्रोल रहती है। वॉक करना सेहत के लिए फायदेमंद है लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि वॉक करने से कार्टिलेज घिस जाते हैं।

 कुछ समय पहले तक 60-70 साल की उम्र में ही लोगों के घुटनों के कार्टिलेज घिस जाने की खबर आती थी, लेकिन आजकल 30-40 साल की उम्र में ही लोगों के कार्टिलेज घिस जाते हैं। अब सवाल ये उठता है कि कम उम्र में कार्टिलेज घिसने की वजह क्या है और अगर यंग उम्र में कार्टिलेज घिस जाए तो उसकी वजह क्या है। क्या घिसे हुए कार्टिलेज को दोबारा से ठीक किया जा सकता है। 

योग गुरु बाबा रामदेव ने बताया कि घिसे हुए कार्टिलेज वापस से रिपेयर हो सकते हैं। युवाओं में ये 2 महीने में रिपेयर हो जाते हैं और बुजुर्ग लोगों में ये 9 महीने में पूरी तरह रिपेयर हो जाते हैं। घुटनो का ऑस्टियोआर्थराइटिस तब होता है जब घुटने की हड्डियों को सहारा देने वाला कार्टिलेज नष्ट होने लगते हैं। हड्डियां एक दूसरे से रगड़ने लगती हैं, जिसकी वजह से हड्डियों को नुकसान होता है, हड्डियों में सूजन और दर्द होता है। कार्टिलेज एक चिकना लेकिन सख्त ऊतक है जो हड्डियों को आपस में रगड़ने से रोकता है और नुकसान से बचाता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि घुटनों के कार्टिसोल को घिसने से कैसे रोकें।

हरियाली में गहरी सांस लें

अगर आप कार्टीसोल को घिसने से बचाना चाहते हैं तो आप हरियाली में गहरी सांस लें। अब सवाल ये उठता है कि हवा में कोई आयरन,मिनरल्स या पोषक तत्व होते जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। एक्सपर्ट ने बताया कि हवा में मौजूद ऑक्सीजन घुटनों को हेल्दी बनाती है और कार्टिलेज को घिसने से बचाती है। ऑक्सीजन कम होने से बॉडी में इंफ्लामेशन बढ़ता है और कई तरह का दर्द होता है। बॉडी को पर्याप्त ऑक्सीजन मिलने से बॉडी हेल्दी रहती है।

हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं

हेल्दी लाइफस्टाइल और हेल्दी डाइट का सेवन करने से आप घुटनों के दर्द से निजात पा सकते हैं। अनहेल्दी तरीके से खाना-पीना,सोना और जीने का असर आपके घुटनों की सेहत पर भी पड़ता है। अनहेल्दी लाइफस्टाइल और अनहेल्दी डाइट आपकी ओवर ऑल सेहत को खराब करता है।

गाय के घी और तिल के तेल का करें सेवन

अगर आप हड्डियों को मजबूत करना चाहते हैं तो रोजाना सुबह खाली पेट गाय का घी या फिर एक चम्मच तिल के तेल का सेवन करें। गाय का घी और तिल का तेल हड्डियों को मजबूत करता है और घिसे हुए कार्टिलेज को फिर से रिकवर करता है।

प्राणायाम करें

प्राणायाम बेहद जरूरी है। कुछ लोग प्राणायाम नहीं कर पाते हैं इसलिए उनकी बॉडी को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलता। आप भस्त्रिका, कपालभाति,अनुलोम विलोम करें आपकी हड्डियों के कार्टिलेज फिर से रिपेयर हो जाएंगे।