Diabetes Questions: भारत में डायबिटीज एक खतरनाक बीमारी बनकर उभरी है जिससे देश में लाखों लोग पीड़ित हैं। डायबिटीज होने के दो जरूरी कारणों में से एक है अच्छी जीवनशैली का न होना, वहीं ये बीमारी जेनेटिकली भी हो सकती है। सरकारी आंकड़ों की मानें तो भारतीय व्यस्कों में 12 से 18 प्रतिशत डायबिटीज का खतरा बढ़ा है। ये आंकड़ा खासकर अर्बन इलाकों में रहने वाले लोगों को लेकर बताया गया है। ऐसे में इस बीमारी को लेकर मन में सवाल आना लाजिमी है। आज जानिये उन सवालों के जवाब जो लगभग हर डायबिटिक मरीज के दिमाग में आती हैं।

कीटो डाइट और डायबिटीज: एक शोध के अनुसार कीटो डाइट डायबिटीज टाइप 2 को काबू करने में मददगार है। शोधकर्ताओं के मुताबिक जो लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं और कीटो डाइट फॉलो करते हैं, उनका ब्लड शुगर काबू में रहता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि यदि किसी डायबिटीज रोगी का वजन 5 प्रतिशत भी कम होता है तो इससे रक्त शर्करा का स्तर भी काबू में रहता है। हालिया अध्ययन में भी यह साबित हुआ है कि छोटे डोज में लिए गए कीटो डाइट से डायबिटीज को कंट्रोल में किया जा सकता है।

मरीजों के लिए कितना खतरनाक है मोटापा?: डायबिटिक पेशेंट्स को अपने वजन का खास ख्याल रखना चाहिए। वजन बढ़ने से लोग कई तरह की बीमारियों से घिर जाते हैं। मरीजों में कमजोर इम्युनिटी होने से मोटापा उन्हें कई खतरों की ओर धकेलता है। इसलिए अपने वजन को नियंत्रण में रखना चाहिए, साथ ही जंक फूड्स को खाने से भी बचना चाहिए।

किस उम्र में होती है शुगर की बीमारी: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार शुगर किसी भी उम्र के लोगों को अपनी चपेट में ले सकता है। आमतौर पर 40 से अधिक उम्र के लोगों को इस बीमारी को लेकर सचेत रहने की सलाह दी जाती है। टाइप 2 डायबिटीज जहां उम्रदराज लोगों को होती है, वहीं टाइप 1 के शिकार बच्चे भी हो सकते हैं। इसके अलावा, जिन लोगों के परिवार में पहले से कोई डायबिटीज रोगी है वो भी इस रोग को लेकर सावधान रहें।

जब मीठे की हो क्रेविंग: आमतौर पर मधुमेह रोगियों को मीठा नहीं खाने की सलाह दी जाती है लेकिन मीठे की क्रेविंग होना भी नॉर्मल है। ऐसे में लोग शुगर-फ्री का इस्तेमाल कर सकते हैं। वहीं, कभी-कभी सीमित मात्रा में गुड़ खाने में भी कोई हर्ज नहीं है। फ्रूट जूस या सोडा के सेवन से बचें, इसकी जगह ताजे फल खाए जा सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार एक कोल्ड-ड्रिंक की बोतल में 40 ग्राम शक्कर मौजूद होता है। जबकि महज 100 मिलीलीटर वाले ऑरेंज जूस की बोतल में तकरीबन 8 ग्राम शक्कर होता है।

शुगर बढ़ने पर क्या होता है?: डायबिटीज को जड़ से खत्म करना संभव नहीं है लेकिन इसे नियंत्रण में रखकर लोग नॉर्मल जिंदगी जी सकते हैं। वहीं, शुगर लेवल बढ़ने से परेशानी हो सकती है। इस कारण सिर दर्द, चक्कर, मूड स्विंग्स, मोटापा, खराब इम्युनिटी, दांतों में सड़न, स्किन पर एजिंग के निशान और स्ट्रेस जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।