पीरियड महिलाओं को हर महीने होने वाला एक नॉर्मल प्रोसेस है जिसकी अवधि तीन से सात दिनों तक की होती है। हर महिला में पीरियड के लक्षण और उसका अवधि अलग-अलग हो सकती है। ज्यादातर महिलाओं को पीरियड 21 से 28 दिनों के दौरान आता है। जिन महिलाओं को 21 दिनों में पीरियड आता है तो उसे भी नॉर्मल माना जाता है। पीरियड के दौरान सभी महिलाओं में उसके लक्षण अलग-अलग होते हैं। महिलाओं को इस दौरान पेट में दर्द, जांघों में दर्द, सिर दर्द और वोमिटिंग की परेशानी होती है। पीरियड के दौरान महिलाओं में दिखने वाले ये लक्षण भी नॉर्मल है जो 60 से 90 फीसदी महिलाओं में पीरियड के दौरान देखने को मिलते हैं।
पीरियड के दौरान महिलाओं को ब्लीडिंग डिस्चार्ज होने की अवधि भी अलग-अलग होती है। किसी महिला को पीरियड दो से तीन दिनों तक आता है तो किसी को 5-7 दिनों तक पीरियड होता है। अब सवाल ये उठता है कि आखिर कितने दिनों तक पीरियड आना नॉर्मल है।
स्त्री रोग विशेषज्ञ, आईवीएफ विशेषज्ञ और लेप्रोस्कोपिक सर्जन लखनऊ में डॉ. अमृता तिवारी ने बताया कि पीरियड का समय और उसके कम या ज्यादा आने के लिए कई कारण जिम्मेदार हैं। एक्सपर्ट ने बताया कि जिन महिलाओं को पीरियड के दौरान ब्लीडिंग कम होती है उसके लिए कई कारण जिम्मेदार हैं जैसे प्रेग्नेंसी होना, तनाव होना, गंभीर बीमारी हो सकती है। वज़न बढ़ने की वजह से भी पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते कि नॉर्मल पीरियड की अवधि कितने दिनों की होगी ? दो दिन तक पीरियड आना क्या नॉर्मल है?
दो दिनों तक पीरियड आना नॉर्मल है क्या?
एक्सपर्ट के मुताबिक आमतौर पर पीरियड का 2 से 7 दिनों तक होना नॉर्मल माना जाता है। अगर आपके पीरियड्स 2 दिनों से कम चलते हैं या फिर 7 दिनों से ज़्यादा होते हैं तो ये परेशानी की बात है। पीरियड में बदलाव हॉर्मोन्स के कारण हो सकते है। तनाव और बर्थ कंट्रोल पिल्स का सेवन भी पीरियड साइकिल को प्रभावित करता है, इसलिए जरूरी है कि आप दो दिन से कम ब्लीडिंग होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
कितनी ब्लीडिंग को नॉर्मल माना जाता है?
एक्सपर्ट ने बताया अगर किसी महिला को पीरियड के दौरान 5 से 80 ml तक ब्लीडिंग होती है तो उसे नॉर्मल माना जाता है। हालांकि ब्लीडिंग को ml में कैलकुलेट करना मुश्किल है लेकिन अगर आपको हर चार से पांच घंटे में पेड चेंज करने की जरूरत होती है, ब्लीडिंग के दौरान ब्लड के थक्के आते है, ब्लीडिंग सात दिनों से ज्यादा चलती है तो ये नॉर्मल ब्लीडिंग नहीं है। अगर आपको दिन में दो से तीन बार पेड चेंज करना पड़े और ज्यादा ब्लीडिंग का अहसास नहीं हो तो इसे नॉर्मल ब्लीडिंग माना जाता है।