Banana Health Benefits: भूख मिटाने के लिए सबसे हेल्दी फूड्स में से एक है केला। आयुर्वेद में भी केला को गुणों का खदान माना गया है। हालांकि, ऐसा कहा जाता है कि केले के संग किसी दूसरे फल, फूड्स या दूध का सेवन नहीं करना चाहिए। वहीं, एक्सपर्ट्स का मानना है कि कच्चा या पके हुए केले को खाने के अलग-अलग फायदे हैं।

कब खाएं केला: स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि सुबह वर्क आउट करने के बाद केला खाना फायदेमंद होगा। एनर्जी के साथ ही शरीर को पोषक तत्व भी मिलेगा। शाम को स्नैक में खाने से भी लाभ होगा। वहीं, खाने के साथ या उसके बाद, दूध के साथ या उसके बाद और रात को केला खाने से बचना चाहिए।

कच्चा केला: ये प्रीबायोटिक होता है जो शरीर में जरूरी स्टार्च पहुंचाता है और पेट को लंबे समय तक भरा रखता है। कम मीठा होने के साथ ही ये वजन कम करने में भी सहायक है।

पका केला: मीठा होता है, खाना पचाने में मदद मिलती है और एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं।

पके केले जिसमें भूरे धब्बे हों: इनमें मिठास और एंटी-ऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। इसका सेवन आप मीठे की क्रेविंग होने पर कर सकते हैं।

केला खाने से कम होगी एसिडिटी की परेशानी: केला को सबसे उत्तम प्राकृतिक एंटासिड माना जाता है। खाने के बीच के समय या फिर शाम के स्नैक्स में रोज एक केला खाने से एसिडिटी और सीने में जलन की परेशानी नहीं होगी।

कंट्रोल करेगा बीपी का स्तर: हाई बीपी के मरीजों को पोटैशियम खाने की सलाह दी जाती है। केला में भी ये खनिज पदार्थ प्रचुर मात्रा में मौजूद होता है। इससे शरीर में सोडियम की मात्रा कम होती है जिससे ब्लड वेसल्स पर पड़ने वाला तनाव कम होता है।

काबू में रहेगा यूरिक एसिड: शरीर में जब यूरिक एसिड की अधिकता हो जाती है तो इससे जोड़ों में दर्द, उठने-बैठने में परेशानी होने लगती है। केला पोटाशियम का एक समृद्ध स्रोत है। इससे रिक एसिड को पेशाब के माध्यम से बाहर निकालने में मदद मिलती है।

कच्चा केला ब्लड शुगर करेगा कंट्रोल: कच्चे केले में स्टार्च की मात्रा भी ज्यादा होती है, जबकि शुगर कम मात्रा में मौजूद होता है। ऐसे में डायबिटीज व हृदय रोगियों के लिए ये एक बेहतर विकल्प हो सकता है।