वजन कम करने के लिए वॉक को सबसे असरदार कार्डियो एक्सरसाइज माना जाता है। वॉक एक ऐसी एक्सरसाइज है जो हमारी ओवर ऑल हेल्थ को दुरुस्त करती है। यह एक सरल और प्रभावी व्यायाम है जिसे कोई भी कभी भी कर सकता है। नियमित रूप से वॉक करने से हृदय गति बढ़ती है जो हार्ट हेल्थ को दुरुस्त करती है। वॉक करने से कैलोरी बर्न होती है, जो वजन घटाने में मदद मिलती है। वजन कम करने के लिए वॉक करने का एक नया ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है। वजन कम करने के लिए हेल्थ एक्सपर्ट वॉक करने की सलाह तो दे रहे हैं लेकिन सीधे वॉक करने की नहीं बल्कि उल्टा चलकर वॉक करने की सलाह दे रहे हैं।
पिछे चलना नया फिटनेस ट्रेंड बनता जा रहा है, ये तरीका पूरी तरह से वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित है, फिजियोथेरेपिस्ट द्वारा सराहा गया है और सभी उम्र के लोगों द्वारा इसे पसंद भी किया गया है। इस एक्सरसाइज को बच्चे, युवा और बुजुर्ग आसानी से कर सकते हैं। इसे करने से किसी तरह की चोट लगने का डर नहीं होता। इस तरीके को अपनाकर आप तेजी से पेट की चर्बी को कम कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि ये एक्सरसाइज कैसे वजन घटाने का सबसे बेस्ट तरीका साबित हो रही है।
उल्टा चलने से वजन कैसे कम होता है?
हम सभी हमेशा आगे चलते हैं, या यू कहें कि हमारा शरीर आगे चलने का आदी है लेकिन जब आप अचानक दिशा बदलते हैं तो आपका दिमाग और शरीर इसे नया चैलेंज मानता है। यह छोटा सा बदलाव बॉडी पर एक बड़ा प्रभाव डालता है। पीछे चलने से अलग-अलग मांसपेशियां सक्रिय होती हैं, खासकर जांघ की पिछली मांसपेशियां और हिप्स की मांसपेशियां। उल्टा चलने से संतुलन और समन्वय बेहतर बनता है। उल्टा चलने से घुटनों को आराम मिलता है, जबकि आगे चलने से घुटनों पर दबाव पड़ता है।
उल्टा चलकर आप अपनी मानसिक स्थिति में भी सुधार कर सकते हैं। इस तरह चलने से आपका दिमाग अपनी गति को समायोजित करने के लिए अधिक सतर्क रहता है और कम समय में अधिक कैलोरी को बर्न करता है। यह एक्सरसाइज आपके शरीर और दिमाग को एक मजेदार वर्कआउट रिमिक्स देती है, जो पहले अजीब लगता है, लेकिन जब आप इसे करने लगते हैं तो ये आपके लिए फायदेमंद होता है।
मांसपेशियां होती है एक्टिव
पीछे चलना एक बेहतरीन कार्डियो एक्सरसाइज है जो शरीर के विभिन्न हिस्सों को सक्रिय करती है। जब आप उल्टा चलते हैं, तो यह आपके हैमस्ट्रिंग्स (hamstrings) और नितंब और जांघों की मांसपेशियों को अधिक सक्रिय करता है। ये बड़ी मांसपेशियां हैं जो अधिक तेजी से कैलोरी बर्न करती हैं।
घुटने और हिप्स की मांसपेशियों होती हैं मजबूत
उल्टा चलने से घुटनों और हिप्स के आसपास की मांसपेशियों मजबूत होती है और अतिरिक्त फैट को बर्न करना भी आसान होता है। लम्बे समय तक सीधा चलने से घुटनों पर तनाव बढ़ता है जबकि उल्टा चलने से घुटनों का तनाव कम होता है और मांसपेशियां मजबूत होती हैं। मजबूत हिप्स और घुटने लंबे समय तक शरीर के संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं।
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