यूरिक एसिड के कारण और भी कई स्वास्थ्य संबंधित समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है। आजकल यह किसी भी उम्र के लोगों को हो सकता है। अनहेल्दी खान-पान और लाइफस्टाइल के कारण यह समस्या बढ़ती जा रही है। जब किडनी किसी भी वेस्ट प्रोडक्ट को फिल्टर नहीं कर पाता है, तो शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। यूरिक एसिड बढ़ जाने से गाउट की समस्या हो जाती है, जिससे जोड़ों में दर्द और सूजन होने लगती है। इस परिस्थिति को कंट्रोल करने के लिए आप जूस पी सकते हैं। आइए जानते हैं कौन से जूस को डाइट में शामिल करना चाहिए-
1. गाजर का जूस: गाजर के जूस में विटामिन-ए और एंटीऑक्सीडेंट होता है जो यूरिक एसिड कंट्रोल करने में मदद करता है। इसके अलावा यह शरीर के फ्री-रेडिकल्स को कंट्रोल करता है। साथ ही जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में भी मदद करता है।
2. खीरे का जूस: खीरे के जूस में प्रोटीन, पोटेशियम और फॉस्फोरस होता है जो किडनी को डिटॉक्स करता है, जिससे वह यूरिक एसिड को शरीर से फिल्टर कर पाता है, साथ ही उसके लक्षणों को भी कंट्रोल करने में मदद करता है। इसके अलावा सूजन और दर्द से भी राहत दिलाता है।
3. अदरक का जूस: अदरक के जूस में एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होता है जो शरीर के सूजन को कंट्रोल करने में मदद करता है। इसके अलावा यह शरीर में यूरिक एसिड को भी बढ़ने से रोकता है और उसके लक्षणों को कंट्रोल करता है।
4. चुकंदर का जूस: चुकंदर का जूस में कार्बोहाईड्रे़ट, मिनरल, विटामिन और क्लोरिन होता है। ये सारे पोषक तत्व शरीर में यूरिक एसिड को बढ़ने से रोकते हैं। साथ ही किडनी की फिल्टर करने की क्षमता को भी बढ़ाते हैं।
इसके अलावा यूरिक एसिड को आप और भी कई तरीके से रोक सकते हैं-
– अपने वजन का ध्यान रखें। बढ़ने से रोकें।
– ताजे फल और सब्जियां खाएं। साथ ही प्यूरिन वाले फूड्स को खाने से बचें।
– अल्कोहल को पीने से बचें।
– लो-फैट फूड खाएं क्योंकि अधिक फैट वाले फूड्स खाने से वजन बढ़ता है।
– नियमित रूप से कॉफी पिएं।
– रोजाना कम से कम 2-3 लीटर पानी जरूर पिएं।
