डायबिटीज एक ऐसी क्रॉनिक बीमारी है जिसके मरीजों की संख्या देश और दुनियां में तेजी से बढ़ रही है। डायबिटीज की बीमारी में पैंक्रियाज इंसुलिन का पर्याप्त उत्पादन करना कम कर देता है या बंद कर देता है। इंसुलिन एक हॉर्मोन है जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है। डायबिटीज की बीमारी मेटाबॉलिक डिजीज है जो व्यक्ति के शरीर को धीरे-धीरे सुखा देता है। ब्लड में शुगर का स्तर लम्बे समय तक हाई रहने से दिल के रोगों,किडनी,लंग्स और आंखों को नुकसान पहुंच सकता है। डायबिटीज के मरीज अपनी स्थिति के मुताबिक ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए रेगुलर दवाईयों और इंसुलिन का सेवन करते हैं। एक दिन भी दवाईयों में चूक हो जाए तो परेशानी बढ़ने लगती है। डायबिटीज के मरीजों के लिए जरूरी है कि ब्लड शुगर की रेगुलर जांच करें।
टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज वाले वयस्कों और बच्चों में ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए दवाईयों और इंसुलिन का सेवन किया जाता है। कुछ लोग ऐसे भी है जिन्हें खाने से पहले और खाने के बाद 20 एमएल इंसुलिन लेना पड़ता है। कई बार इन मरीजों पर 40 एमएल दवाई भी कम पड़ती है। ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेदिक नुस्खें बेहद असरदार साबित होते हैं।
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट और योग गुरु बाबा रामदेव के मुताबिक अगर आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों और योग का सहारा लिया जाए तो आसानी से ब्लड शुगर का स्तर नॉर्मल रखा जा सकता है। बाबा रामदेव के मुताबिक बिना इंसुलिन और दवाई के 15 साल पुरानी पुरानी शुगर भी नॉर्मल की जा सकती है। आइए जानते हैं कि कैसे ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में आयुर्वेदिक नुस्खे असरदार हैं।
आयुर्वेदिक दवाई जो शुगर करती है कंट्रोल
आयुर्वेद के मुताबिक मधुग्रिट और मधुनाशिनी का सेवन करके शुगर को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। बाबा रामदेव के मुताबिक ये दोनों दवाईयां और योग करने से क्रॉनिक शुगर को भी कंट्रोल किया जा सकता है।
रोज़ाना आंवला खाएं
आंवला एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर है। डायबिटीज का इलाज करने के लिए और ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए आंवला का सेवन बेहद असरदार है। आंवला शरीर को इंसुलिन को अवशोषित करने और ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में मदद करता हैं। रोज़ाना आप आंवला का सेवन करें बिना दवाई ब्लड शुगर कंट्रोल रहेगा।
त्रिफला पाउडर से करें शुगर नॉर्मल
त्रिफला एक पाउडर है जिसमें हरीतकी, आंवला और बिभीतकी शामिल हैं। ये कब्ज से राहत दिलाता है और आंत की हेल्थ में सुधार करता है। ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में ये आयुर्वेदिक दवा के रूप में काम करता है। एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर यह जड़ी बूटी शरीर के ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करती है। अगर आपको त्रिफला चूर्ण का स्वाद पसंद नहीं है तो आप त्रिफला टैबलेट का सेवन कर सकते हैं।
छाछ के साथ एलोवेरा खाएं
एलोवेरा का सेवन अगर छाछ के साथ किया जाए तो ब्लड शुगर का 300 mg/dl का स्तर भी नॉर्मल किया जा सकता है। एलोवेरा की पत्तियों के कुछ टुकड़े काट लें और उसका गुदा छाछ के साथ मिलाकर इसका सेवन करें ब्लड शुगर नॉर्मल रहेगा।