डायबिटीज एक ऐसी क्रॉनिक बीमारी है भो भोजन को एनर्जी में बदलने की क्षमता को तेजी से प्रभावित करती है। साइलेंट किलर के नाम से मशहूर इस बीमारी के लक्षण बॉडी में बहुत पहले दिखाई नहीं देते। अगर समय पर इस बीमारी के लक्षणों की पहचान नहीं की जाए और इसका इलाज नहीं किया जाए तो डायबिटीज के जोखिम बढ़ने का खतरा अधिक रहता है। ब्लड में शुगर का स्तर हाई होने से कार्डियोवस्कुलर सिस्टम,आंखों की रोशनी और यहां तक कि किडनी की कार्यक्षमता भी प्रभावित हो सकती है। डायबिटीज के मरीजों के लिए लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव करना,तनाव से दूर रहना,ब्लड में शुगर के स्तर को नॉर्मल रखना,रेगुलर शुगर को चेक करना और पर्याप्त नींद लेना जरूरी है।
आयुर्वेद विशेषज्ञ, डॉ. दीक्षा भावसार सांवलिया ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर करके बताया है कि डायबिटीज के मरीजों की ब्लड शुगर उनके द्वारा की गई कुछ गलतियों की वजह से हाई होती है। खान-पान की कुछ गलतियां प्री-डायबिटीज़ और डायबिटीज़ का कारण बन सकती हैं। एक्सपर्ट ने बताया कि अगर डायबिटीज के मरीज लाइफस्टाइल और खान पान में बदलाव करें,खाने की आदतों में बदलाव करें,एक्सरसाइज और योगा करें और आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का सेवन करें तो बिना दवाई के ही डायबिटीज को हमेशा कंट्रोल रख सकते हैं।
एक्सपर्ट ने बताया अक्सर डायबिटीज के मरीज ये 4 गलतियां करते हैं जिसकी वजह से ब्लड शुगर तेजी से बढ़ती है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि डायबिटीज के मरीज़ कौन सी चार गलतियां करते हैं जिन्हें तुरंत सुधार कर शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है।
ब्लड शुगर के मरीज रोज़ाना दही खाने की गलती नहीं करें:
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट के मुताबिक ब्लड शुगर को कंट्रोल करना चाहते हैं तो रोजाना दही खाने से परहेज करें। रोजाना दही खाने से वजन बढ़ता है। इससे बॉडी में सूजन बढ़ती है और मेटाबॉलिजम भी स्लो होता है। जबकि एलोपैथी के मुताबिक दही का सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है।
रात का खाना देर से खाना और हैवी फूड्स खाना बंद करें:
डायबिटीज के मरीज रात के समय हैवी फूड का सेवन करते हैं और देर रात को खाना खाते हैं तो ये उनकी सबसे बड़ी गलती है। हैवी फूड आपके लीवर पर अधिक भार डाल सकता है और आपके मेटाबॉलिज्म को धीमा कर सकता है जिससे बॉडी में पोषण की कमी हो सकती है और ब्लड शुगर भी हाई हो सकती है।
ज़ैंड्रा हेल्थकेयर के अध्यक्ष, मधुमेह विशेषज्ञ डॉ राजीव कोविल ने कहा कि एलोपैथी के मुताबिक भी डायबिटीज के मरीज रात का खाना जल्दी खाएं और हल्का भोजन खाएं। देर से भोजन करने से ग्लूकोज उत्पादन में वृद्धि होती है, जिससे फास्टिंग हाइपरग्लेसेमिया हो जाता है। डायबिटीज के मरीजों को हमेशा रात में जल्दी और हल्का डिनर करने की सलाह दी जाती है।
भूख से ज्यादा खाने से बचें:
कुछ लोगों का पेट भरा होता है उसके बाद भी वो ज्यादा खाते हैं। ज्यादा खाने से मोटापा बढ़ता है,कोलेस्ट्रॉल का स्तर हाई रहता है और पाचन संबंधी समस्याएं ज्यादा रहती है। डॉ. कोविल ने आयुर्वेदिक एक्सपर्ट से सहमति जताते हुए कहा कि डायबिटीज वाले लोगों को अधिक खाने या अपनी भूख से अधिक खाने से बचना चाहिए।
बिना भूख के खाने से बचें:
बिना भूख के खाने से बचें। हर एक या दो घंटे में खाने से इंसुलिन संवेदनशीलता कम हो जाती है।
जबकि डॉ. कोविल के मुताबिक नियमित अंतराल पर खाना उतना बुरा नहीं हो सकता है। डॉक्टर के मुताबिक डायबिटीज के मरीजों के लिए नियमित अंतराल पर खाना महत्वपूर्ण है। व्यक्तियों को समय पर खाने के समय का पालन करना चाहिए। हर 2 से 3 घंटे में भोजन करना चाहिए। निश्चित समय अंतराल पर सीमित मात्रा में खाने से ब्लड शुगर नॉर्मल रहती है।