जिंदगी की मसरूफियत इतनी ज्यादा बढ़ रही है कि लोग अमूमन तनाव में रहते हैं। किसी को आर्थिक तंगी से तनाव है तो किसी को पारिवारिक परेशानियों की वजह से तनाव है। तनाव या एंग्जाइटी एक ऐसी समस्या है जो हद से ज्यादा बढ़ जाए तो एंग्जायटी अटैक का कारण बन सकती है। अगर आपको कोई दिल की बीमारी नहीं है और फिर भी आपकी हार्ट बीट 140 बीट्स प्रति मिनट तक पहुंच जाती है और घबराहट इस तरह से होती है कि अभी आपको मौत आने वाली है तो ये दिल की बीमारी की वजह से नहीं बल्कि एंग्जाइटी की वजह से होता है।

नॉर्मल हार्ट रेट 60-90 बीट्स प्रति मिनट होती है। दिल के मरीज़ हैं और हार्ट बीट्स धीरे-धीरे बढ़कर 140 प्रति मिनट तक पहुंच जाती है तो इस स्थिति को टैकीकार्डिया (tachycardia) कहते हैं। दिल के मरीजों की हार्ट रेट बढ़ने से हार्ट का इलेक्ट्रिक सिस्टम प्रभावित हो सकता है जिससे हार्ट रेट आसामान्य हो सकती है। लेकिन आप दिल के मरीज नहीं है और आपकी हार्ट बीट धीरे-धीरे बढ़कर 140 प्रति मिनट तक पहुंच जाती है और घबराहट ऐसी होती है कि दम सा निकलने लगता है तो ये सब तनाव के कारण होता है।

बीकानेर राजस्थान में डॉक्टर कनहैंया के मुताबिक अगर आप तनाव,किसी घटना या स्थिति को लेकर डर में रहते हैं तो आपकी हार्ट बीट्स बढ़ेगी। तनाव बढ़ने से आपकी धड़कन बढ़ रही है तो जरूरी नहीं कि वो दिल की बीमारी की वजह से बढ़ रही हैं तो इसका कारण एंग्जायटी है। एक्सपर्ट से जानते हैं कि एंग्जायटी को कैसे कंट्रोल करें।

ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें एंग्जायटी कंट्रोल रहेगी:

अगर आपको कभी-कभी एंग्जायटी बेहद परेशान करती है तो आप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें। सांस लें और सांस छोड़ें आपके दिल की धड़कन कंट्रोल में आएगी और घबराहट भी कम होगी। जब आप गहरी सांस लेते हैं तो इससे नर्वस सिस्टम स्ट्रॉन्ग करता है। ये एक्सरसाइज आप बैठे-बैठे या खड़े होकर कैसे भी कर सकते हैं।

ब्रीदिंग एक्सरसाइज कैसे करें:

आप इसे करने के लिए बॉडी को रिलेक्स छोड़ दीजिए। धीरे-धीरे गहरा और लम्बा सांस लीजिए और सांस को रोकिए और 5 तक गिनती गिने और फिर सांस को छोड़िएं। सांस छोड़ते समय आप पॉजिटिव महसूस करें और अपने आपको हेल्दी माने। इस एक्सरसाइज से 5-10 मिनट तक दोहराने से आपकी हार्ट बीट नॉर्मल हो जाएगी और आप हेल्दी महसूस करेंगे। आप जानते हैं कि जब आप धीरे-धीरे सांस लेते हैं तो ये एक्सरसाइज आपको शांत करने में मदद करती है। चाहें आप ये एक्सरसाइज लेटते समय या कुर्सी पर बैठे हुए करें आपको फायदा पहुंचेगा।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।