डायबिटीज के मरीज़ ब्लड शुगर को कंट्रोल करने लिए डाइट का ध्यान रखें और बॉडी को एक्टिव रखें। डायबिटीज के मरीजों के लिए जरूरी है कि वो सुबह से लेकर रात तक की शुगर की निगरानी करें। ब्लड में शुगर का स्तर नॉर्मल रखने के लिए दिन में एक बार शुगर चेक करना जरूरी है। अक्सर देखा गया है कि डायबिटीज के मरीजों की फॉस्टिंग शुगर हाई रहती है। सुबह शुगर हाई होने की सबसे बड़ी वजह इंसुलिन का अधिक उत्पादन है।
रात में सोते समय शरीर में सभी हार्मोन्स को कंट्रोल करने के लिए शरीर में अधिक मात्रा में इंसुलिन बनता है जिसकी वजह से सुबह शरीर में शुगर की मात्रा अधिक हो जाती है। डायबिटीज के मरीजों की फॉस्टिंग शुगर 100 mg/dLको पार कर जाए तो परेशानी का सबब बन सकती है।
डायबिटीज के मरीजों की फॉस्टिंग शुगर हाई रहती है तो वो जामुन के पत्ते का सेवन करें। जामुन एक ऐसा फल है जिसके पत्ते भी शुगर को कंट्रोल करते हैं। जामुन की तरह जामुन के पत्ते भी तेजी से इंसुलिन का निर्माण करते हैं और तेजी से शुगर को कंट्रोल करते हैं। आचार्य बाल कृष्ण के मुताबिक डायबिटीज के मरीज ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए औषधीय गुणों से भरपूर जामुन के पत्तों का सेवन करें। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि जामुन के पत्ते कैसे शुगर कंट्रोल करते हैं और उनका सेवन कैसे करें।
जामुन के पत्ते कैसे शुगर को कंट्रोल करते हैं?
आयुर्वेद के मुताबिक जामुन एक ऐसा फल है जिसकी गुठली से लेकर उसके पत्ते तक ब्लड शुगर को तेजी से कंट्रोल करते हैं। डायबिटीज के मरीजों के लिए जामुन का पत्ता काफी फायदेमंद माना जाता है। आयुर्वेद में जामुन के पत्ते से कई औषधियां बनाई जाती हैं। जामुन के पत्ते से निकलने वाले रस में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो बढ़ते ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
जामुन के पत्तों का सेवन कैसे करें:
जामुन के पत्तों में एंटीहाइपरग्लाइसेमिक, एंटीहाइपरलिपिडेमिक और एंटीऑक्सिडेंट गुण मौजूद होते हैं जिससे ब्लड शुगर,ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहता है। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट की सलाह के मुताबिक शुगर कंट्रोल करने के लिए सुबह सबसे पहले जामुन की चार से पांच पत्तियां पीसकर पी लें इससे शुगर काबू में आ जाए। शुगर कंट्रोल होने के बाद इनका सेवन करना बंद कर दें।