Diabetes Control Tips:डायबिटीज एक ऐसी क्रॉनिक बीमारी है जिसमें पैंक्रियाज इंसुलिन का उत्पादन करना कम या बंद कर देता है। इंसुलिन का कम उत्पादन होने से ब्लड में ग्लूकोज का स्तर बढ़ने लगता है। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए डाइट का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। डाइट में लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड्स का सेवन करने से ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल रहता है। अक्सर देखा गया है कि डायबिटीज मरीजों की शुगर सुबह के समय यानी फास्टिंग शुगर ज्यादा रहती है। आप जानते हैं कि फॉस्टिंग शुगर हाई होने के लिए आपका डिनर जिम्मेदार है। आपका रात का खाना सिर्फ आपके ब्लड शुगर को ही प्रभावित नहीं करता बल्कि आपके मेटाबॉलिज्म और सुबह के ब्लड शुगर पर भी असर डालता है।
रात के समय हमारी बॉडी रेस्ट मोड पर होती है। रात में मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है ऐसे में गलत डिनर का सेवन करने से आपकी बॉडी पर लोड बढ़ जाता है। रात में बैलेंस डाइट का सेवन करना बेहद जरूरी है। रात के खाने में कुछ फूड्स का सेवन करने से आप आसानी से ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल कर सकते हैं। कुछ खास फूड डिनर में खाएंगे तो रात भर बॉडी को एनर्जी मिलेगी और मॉर्निंग ब्लड शुगर का स्तर भी कंट्रोल रहेगा।
आयुर्वेदिक और युनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी ने बताया अगर आप डायबिटीज पेशेंट हैं तो रात के खाने में कॉम्पलेक्स कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, प्रोटीन और हेल्दी फैट का संतुलित मिश्रण खाएं। ये सभी पोषक तत्व जिन खास फूड्स में मौजूद हो आप रात में उस खाने को अपनी डाइट में शामिल करें। इन फूड्स को खाने से फॉस्टिंग शुगर 300mg/dl से घटकर 100 तक पहुंच जाएगा। आइए जानते हैं कि रात का खाना कैसा हो जो सुबह की खाली पेट की शुगर को कंट्रोल करें।
डायबिटीज पेशेंट डिनर में करें इन फूड का सेवन
कॉम्प्लेक्स कार्ब्स का करें सेवन
डायबिटीज मरीजों के लिए कॉम्प्लेक्स कार्ब्स का सेवन जादुई छड़ी की तरह काम करता है। जिन फूड में कॉम्पलेक्स कार्ब्स मौजूद होता है वो ग्लूकोज को धीरे-धीरे रिलीज करते हैं और इसका सेवन करने से ब्लड में शुगर का स्तर तेजी से नहीं बढ़ता। कॉम्प्लेक्स कार्ब्स कोयले की तरह धीरे-धीरे सुलगता है और धीरे-धीरे बॉडी में ग्लूकोज रिलीज करता है। डिनर में कॉम्पलेक्स कार्ब्स से भरपूर फूड्स को शामिल करना चाहते हैं तो आप डाइट में रागी का आटा, साबुत अनाज जैसे ज्वार और बाजरा का सेवन करें, इसमें भरपूर कॉम्प्लेक्स कार्ब्स मौजूद होता है। रात में आप इस आटे की रोटी खाएं। अगर आप रात के खाने में चावल खाना चाहते हैं तो आप ब्राउन राइस का सेवन कर सकते हैं। गेहूं के दलिया और शकरकंद का सेवन भी आप रात के खाने में कर सकते हैं। आप रात के खाने में अगर दलिया ले रहे हैं तो चावल और रोटी का सेवन कम करें। कोशिश करें कि आप अपने पेट पर लोड कम डालें।
डाइट में करें फाइबर रिच फूड्स का सेवन
अगर आप चाहते हैं कि आपका ब्लड शुगर नॉर्मल रहे तो आप डाइट में फाइबर रिच फूड्स का सेवन करें। फाइबर की मात्रा को पूरा करने के लिए आप डाइट में ऐसी सब्जियों का सेवन करें जिनमें स्टार्च की मात्रा कम और फाइबर की मात्रा ज्यादा हो। हाई फाइबर वाली सब्जियां न सिर्फ आपकी बॉडी को पोषण देती हैं बल्कि आपकी शुगर भी कंट्रोल करती है। नॉन स्टार्ची फाइबर रिच सब्जियों में आप पालक, पत्ता गोभी, मेथी, बंद गोभी, लौकी, करेला, टिंडा, भिंडी, बीन्स का सेवन करें आपकी शुगर नॉर्मल रहेगी। डिनर की हॉफ प्लेट आप फाइबर से भरें तो आपकी शुगर नॉर्मल रहेगी।
प्रोटीन का करें सेवन
प्रोटीन को बॉडी का बिल्डिंग ब्लॉक भी कहा जाता है। प्रोटीन का सेवन करने से ब्लड में शुगर का स्तर नॉर्मल होता है और रात भर आपकी भूख कंट्रोल रहती है। रात के खाने में कुछ दालें जैसे मूंग की दाल, मसूर की दाल या फिर चने की दाल का सेवन करें। लाइट वेट ये दालें फाइबर से भरपूर होती हैं जो ब्लड शुगर कंट्रोल करने में आपकी मदद करती हैं। पनीर की कमी को पूरा करने के लिए आप डाइट में चिकन, मछली,अंडा और मसूर की दाल का सेवन कर सकते हैं।
हेल्दी फैट का करें सेवन
डाइट में हेल्दी फैट का सेवन करके आप ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल कर सकते हैं। आप जानते हैं कि फैट बॉडी के लिए बहुत जरुरी है लेकिन सिर्फ हेल्दी फैट। हेल्दी फैट न सिर्फ ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है बल्कि दिल की सेहत को भी दुरुस्त करता है। हेल्दी फैट के लिए आप कच्ची घानी सरसों का तेल, देसी घी और जैतून के तेल का सेवन कर सकते हैं। आप डाइट में बादाम, अखरोट, चिया सीड्स,अलसी के बीज, सूरजमुखी के बीज का सेवन कर सकते हैं। हेल्दी फैट स्लो बर्निंग फ्यूल की तरह होते हैं जो बॉडी को लॉन्ग लास्टिंग एनर्जी देते हैं और ब्लड शुगर को कंट्रोल करते हैं। डाइट में हेल्दी फैट का सेवन संतुलित मात्रा में करें बॉडी को फायदा होगा।
शाम होते ही पेट में गैस बनने के लिए ये 4 आदतें हैं जिम्मेदार, इन 5 तरीकों को अपनाकर तुरंत करें सुधार, पाचन हो जाएगा दुरुस्त। इन आदतों के बारे में जानने के लिए आप लिंक पर क्लिक करें।