Diabetes Patients Diet Tips: डायबिटीज के लिए संयमित और समग्र संतुलित आहार जरूरी है। अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के अनुसार स्वस्थ आहार लेना बहुत जरूरी है क्योंकि इससे आपको वजन कम करने में भी मदद मिलती है और डायबिटीज को संतुलित रखने के लिए वजन नियंत्रित रखना बहुत जरूरी होता है। इसके अलावा इससे इंसुलिन के स्तर को भी संतुलित रखने में मदद मिलती है। वजन को नियंत्रित रखने के लिए परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट और वसायुक्त खाद्य पदार्थों के सेवन से परहेज करना चाहिए। साथ ही इन बातों का भी खास ख्याल रखें –
चीनी और मिठास युक्त पेय पदार्थ: मधुमेह वाले व्यक्तियों के लिए कोल्ड ड्रिंक और पैकेट बंद फलों के जूस जैसे पेय पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए क्योंकि इन पेय पदार्थों में फ्रुक्टोज की मात्रा अधिक होती है। इसके अलावा मीठे पदार्थ ग्लूकोज का अच्छा स्रोत होते हैं जो इंसुलिन के स्तर को अनियंत्रित करके रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ा सकते हैं। इसकी जगह आप पेय पदार्थों में पानी, फैट फ्री दूध ,ब्लैक कॉफी और बिना चीनी वाली चाय आदि का सेवन कर सकते हैं।
ट्रांस और संतृप्त वसा: असंतृप्त वसा में हाइड्रोजन जोड़कर ट्रांस फैट बनाया जाता है ताकि खाद्य पदार्थों को ज्यादा समय के लिए स्थिर रखा जा सके। ट्रांस वसा जैसे पीनट बटर, क्रीम और मफीन आदि खाद्य सामग्रियों में पाया जाता है। ट्रांस या संतृप्त फैट वाले खाद्य पदार्थ सीधे आपके ब्लड शुगर के स्तर को नहीं बढ़ाता बल्कि इंसुलिन और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को अनियंत्रित करते हैं, जिससे हृदय रोग का भी खतरा बढ़ता है। इसके लिए गुड फैट के रूप में आप बादाम, काजू और एवोकाडो आदि का सेवन कर सकते हैं।
कार्ब्स वाले खाद्य पदार्थ: कार्ब्स से रक्त शर्करा के स्तर पर सबसे अधिक प्रभाव डालते हैं। सफेद कार्ब्स में सफेद ब्रेड, चावल, पास्ता, पेस्ट्री और स्वीट डेजर्ट आदि खाद्य पदार्थ शामिल है। इन खाद्य पदार्थों के सेवन से ब्लड शुगर के स्तर में काफी वृद्धि होती है। 1 ग्राम कार्ब्स के सेवन से रक्त शर्करा का स्तर 3.4mg/dl बढ़ जाता है। इसके लिए शेलफिश का सेवन लाभदायक होता है।
फ्लेवर्ड कॉफी: फ्लेवर्ड कॉफी स्वाद में बेहतरीन होती है। लेकिन आपकी सेहत के लिए हानिकारक होती है। दरअसल फ्लेवर्ड कॉफी में भरपूर मात्रा में कार्ब्स होते हैं जो आपके रक्त शर्करा के स्तर को अनियंत्रित करते हैं । इसके अलावा कॉफी में मौजूद कैफीन भी मरीजों के लिए खतरनाक है।
फलों का रस: फलों का रस वैसे तो स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है लेकिन फलों के रस में फ्रुक्टोज उच्च स्तर में पाया जाता है जो रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ाकर हाइपरग्लाइसीमिया का खतरा भी बढ़ाता है। फलों के रस में आप करेले का जूस, कड़वे तरबूज का रस, पालक रस और आंवला जूस ले सकते हैं।