High Blood Sugar ke Lakshan: डायबिटीज के मरीजों में अगर लंबे समय तक ब्लड शुगर लेवल बढ़ा रहता है तो वो जान के लिए घातक हो सकता है। ऐसे में लक्षणों को जानना बहुत जरूरी होता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक डायबिटीज के मरीजों में लक्षण इतने सामान्य हो सकते हैं कि कई बार ये अनदेखे रह जाते हैं। जानिये आठ शुरुआती लक्षण जो ब्लड शुगर के बढ़ने का संकेत हो सकते हैं।

कमजोर नजरें: ब्लड में शुगर की अत्यधिक मात्रा होने से आंखों की छोटी-छोटी ब्लड वेसल्स डैमेज हो जाती हैं। इस वजह से धुंधलापन हो सकता है। अगर समय पर इसका इलाज नहीं हो पाता है तो इससे अंधापन भी हो सकता है।

खुजली और यीस्ट इंफेक्शन: रक्त शर्करा की मात्रा बढ़ने से यूरिन यीस्ट पैदा कर सकता है, खासकर जेनाइटल एरिया में। इससे बहुत ज्यादा खुजली, जलन और लाली हो सकती है।

हमेशा लगी रहती है भूख: डायबिटीज से ग्रस्त मरीजों को हर समय भूख लगने की परेशानी हो सकती है। बता दें कि इन रोगियों में ब्लडस्ट्रीम से ग्लूकोज बॉडी सेल्स तक नहीं पहुंच पाते हैं जिस वजह से ये समस्या उत्पन्न होती है।

बार-बार यूरिनेशन: जब शरीर में शुगर लेवल ज्यादा हो जाता है तो किडनी ग्लूकोज को फ्लश आउट करने में जुट जाता है। ऐसे में मरीजों को बार-बार पेशाब लग सकता है।

ज्यादा प्यास: बार-बार पेशाब जाने की वजह से शरीर से पानी एक्सेस मात्रा में निकल जाता है, इस वजह से मरीजों को हर समय प्यास लगी रह सकती है।

घाव भरने में अधिक समय लगना: डायबिटीज के मरीजों में ब्लड सर्कुलेशन की प्रक्रिया धीमी हो जाती है, इस वजह से शरीर को घाव तक पोषण पहुंचाने में लंबा समय लगता है। ऐसे में कोई भी चोट या फिर घावों को ठीक होने में ज्यादा वक्त लगता है।

थकान: ब्लडस्ट्रीम से बॉडी सेल्स तक शुगर को पहुंचने में समय ज्यादा लगने से मरीज को हर समय थकान महसूस हो सकती है।


डार्क स्किन: हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक डार्क स्किन और वेलवेट स्किन के पैच मरीजों के गर्दन, आर्मपिट और ग्रोइन पर जमा हो जाते हैं। इस स्थिति को एसेंथोसिस निग्रिकंस कहते हैं, जब ब्लड में इंसुलिन की मात्रा बढ़ जाती है तो ये परेशानी होती है।