सर्दियों का मौसम आते ही खानपान में भी बदलाव हो जाता है। ठंड में अक्सर लोग क्रीमी ग्रेवी, चीज से भरपूर डिशेज, सफेद ब्रेड, पास्ता और पेस्ट्री जैसी विंटर कम्फर्ट फूड्स ज्यादा खाने लगते हैं। ये खाने में तो स्वादिष्ट होते हैं, लेकिन इनमें फाइबर कम और फैट ज्यादा होता है। न्यूट्रिशन एक्सपर्ट जीना रैनकोर्ट के मुताबिक, हर खाना अपनी जगह ठीक है, लेकिन कुछ लोगों को ज्यादा फैट और कम फाइबर वाला खाना पचाने में दिक्कत होती है। इसका सीधा असर पेट पर पड़ता है और कब्ज जैसी समस्या शुरू हो जाती है।
गट हेल्थ एक्सपर्ट एला दावर बताती हैं कि रोजाना पेट साफ होना शरीर के लिए बेहद जरूरी है। यह शरीर से गंदगी और टॉक्सिन्स बाहर निकालने का सबसे नेचुरल तरीका है। एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए दिन में कम से कम एक बार शौच जाना जरूरी माना जाता है। अगर पेट नियमित रूप से साफ होता है, तो इसका मतलब है कि शरीर सही तरीके से वेस्ट निकाल रहा है, पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बनाए हुए है और आंतों में अच्छे बैक्टीरिया यानी गट माइक्रोबायोम भी स्वस्थ है।
कब्ज सिर्फ परेशानी नहीं
लगातार कब्ज, पेट फूलना और भारीपन सिर्फ असहज नहीं बनाते, बल्कि यह संकेत भी देते हैं कि डाइजेशन सही से काम नहीं कर रहा। सर्दियों में ताजी सब्जियों की कमी और पानी कम पीने की आदत इस समस्या को और बढ़ा देती है। ऐसे में जरूरी है कि हम अपने डाइट में ऐसे फूड्स शामिल करें, जो ठंड के मौसम में भी पेट को दुरुस्त रखें।
सर्दियों में पेट के लिए सुपरफूड: विंटर स्क्वैश
जब बात सर्दियों में पेट को हेल्दी रखने की आती है, तो दोनों डाइटीशियन एक ही सब्जी का नाम लेती हैं – विंटर स्क्वैश। इसमें कद्दू, स्पेगेटी स्क्वैश, काबोचा और डेलिकाटा स्क्वैश शामिल हैं, लेकिन सबसे ज्यादा फायदेमंद मानी जाती है बटरनट स्क्वैश।
फाइबर से भरपूर
एक कप बटरनट स्क्वैश में करीब 2.8 ग्राम फाइबर होता है, जो पेट साफ रखने के लिए जरूरी है। इसमें दो तरह का फाइबर पाया जाता है – सॉल्युबल और इनसॉल्युबल। सॉल्युबल फाइबर पानी सोखकर जेल जैसा बन जाता है, जिससे स्टूल आसानी से पास होता है। वहीं इनसॉल्युबल फाइबर मल को ठोस बनाता है और आंतों की सफाई में मदद करता है।
गट बैक्टीरिया के लिए प्रीबायोटिक
बटरनट स्क्वैश सिर्फ फाइबर ही नहीं, बल्कि प्रीबायोटिक भी होता है। यानी यह आंतों में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया को पोषण देता है। इससे गट माइक्रोबायोम मजबूत होता है और डाइजेशन बेहतर रहता है। इसके अलावा, इसमें लगभग 90% पानी होता है, जो आंतों को फ्लश करने और कब्ज से राहत दिलाने में मदद करता है।
बटरनट स्क्वैश खाने के तरीके
एला दावर के अनुसार, बटरनट स्क्वैश को ज्यादा ओवरकुक नहीं करना चाहिए। इसे इतना पकाएं कि यह नरम हो जाए, लेकिन जला हुआ या काला न हो। उनका पसंदीदा तरीका है बटरनट स्क्वैश सूप। इसमें सेब और प्याज मिलाने से इसका स्वाद नैचुरली मीठा हो जाता है। यह सूप स्वाद में किसी डेज़र्ट जैसा लगता है और डिनर के लिए बेहतरीन ऑप्शन है। चाहें तो इसमें बोन ब्रॉथ भी मिला सकते हैं, जिससे नैचुरल कोलेजन मिलता है।
निष्कर्ष
अगर सर्दियों में आपका पेट ठीक से साफ नहीं हो रहा, तो डाइट में बटरनट स्क्वैश जैसी विंटर सब्जियों को जरूर शामिल करें। यह न सिर्फ स्वादिष्ट है, बल्कि फाइबर, पानी और गट-फ्रेंडली पोषक तत्वों से भरपूर है।
डिस्क्लेमर
यह स्टोरी सामान्य जानकारी के उद्देश्य से तैयार की गई है। किसी भी तरह के स्वास्थ्य संबंधी बदलाव या डाइट में परिवर्तन करने से पहले अपने डॉक्टर या योग्य हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
