फिट रहने के लिए बॉडी को एक्टिव रखना जरूरी है। बॉडी को एक्टिव रखने के लिए लोग जिम में वर्कआउट करते हैं, वॉक करते हैं और स्वीमिंग भी करते हैं। बॉडी को फिट रखने के लिए इन सभी वर्कआउट को हम बेहद दिलचस्पी से करते हैं। एक से डेढ़ घंटा तक इस वर्कआउट को करने से बॉडी में थकान और मांसपेशियों में दर्द की शिकायत होने लगती है। जो लोग पहली बार वर्कआउट करना शुरू करते हैं उन्हें मांसपेशियों में दर्द की शिकायत ज्यादा रहती है।

बॉडी में किसी भी तरह की फिजिकल ऐक्टिविटी करने से बॉडी की एनर्जी ज्यादा लगती है, जिससे टिश्यूज टूटने और बनने का सिलसिला चलता रहता है। एक्सरसाइज के बाद बॉडी में नए टिश्यूज के निर्माण की प्रक्रिया तेज होती है और घायल कोशिकाओं की मरम्मत का काम भी होने लगता है। इस दौरान मांसपेशियों में दर्द बेहद परेशान करता है। वर्कआउट के बाद मसल्स रिकवरी के लिए बॉडी को आराम देना जरूरी है। आप भी वर्कआउट के बाद मसल्स पेन से परेशान रहते हैं तो कुछ खास उपायों को अपनाकर आप इस दर्द से राहत पा सकते हैं।

वर्कआउट के बाद प्रोटीन का सेवन करें: वर्कआउट के बाद बॉडी को रिलेक्स देने और मसल्स पेन से निजात पाने के लिए आप डाइट में प्रोटीन का सेवन करें। प्रोटीन युक्त डाइट मसल्स को होने वाले नुकसान से बचाती है और दर्द से राहत दिलाती है। प्रोटीन युक्त डाइट में आप नट्स, अंडे और पनीर का सेवन करें।

बॉडी की मसाज करें: मसल्स पेन से निजात पाने के लिए आप बॉडी की हल्के हाथों से मसाज करें। मसाज करने के लिए आप टी ट्री ऑइल या एनिसी ऑयल का इस्तेमाल कर सकती हैं। बॉडी मसाज करने के लिए हल्के हाथों का इस्तेमाल करें। मसाज करने के लिए इन दोनों तेलों का इस्तेमाल आप नारियल तेल, बादाम का तेल या फिर जैतून के तेल के साथ मिक्स करके कर सकते हैं।

रात को पर्याप्त नींद लें: वर्कआउट करते हैं तो बॉडी को आराम देना बेहद जरूरी है। रात को 7-8 घंटे की पर्याप्त नींद लें मांसपेशियों के दर्द से राहत मिलेगी। पर्याप्त आराम करने से तनाव और थकान से मुक्ति मिलती है।

लिक्विड फूड का सेवन करें: अमेरिकन काउंसिल ऑन एक्सरसाइज के अनुसार वर्कआउट के आधा घंटे बाद लिक्विड चीज़ों का सेवन करें। वर्कआउट के दौरान पसीना ज्यादा आता है तो बॉडी में डिहाइड्रेशन हो सकता है इसलिए पर्याप्त पानी का सेवन भी जरूरी है।

हॉट और कोल्ड थेरेपी का लें सहारा: मांसपेशियों के दर्द को दूर करने के लिए हॉट और कोल्ड थेरेपी को अपनाएं। कोल्ड और हॉट थेरेपी थकी हुई मांसपेशियों को ठीक करने में मदद करती है।