Vitamin B12 Deficiency in India: फिटनेस को लेकर सजग लोग शाकाहारी भोजन करना अधिक पसंद करते हैं। पर कई ऐसे पोषक तत्व हैं जिसकी पूर्ति शाकाहारी खाना नहीं कर सकता। विटामिन B12 भी एक ऐसा ही जरूरी विटामिन है जो सिर्फ साग-सब्जी खाने से नहीं मिलता। मांसाहारी खाना विटामिन B12 का सबसे बड़ा स्रोत है। हेल्दियंस ऐप की एक रिपोर्ट के मुताबिक 55 से 80 प्रतिशत भारतीय इस विटामिन की कमी से जूझ रहे थे।
क्या होती है विटामिन B12 की कमी- रिपोर्ट के अनुसार हमारे शरीर को डीएनए सिंथेसिस(DNA Syntheis) के लिए, साथ ही आरबीसी (RBCs) और नर्व्स को बनाने के लिए विटामिन B12 की जरूरत पड़ती है। इसके अलावा भी ये विटामिन बहुत उपयोगी है। विटामिन B12 हमारे शरीर में ऑटोमैटिक नहीं बनता, इसलिए इस विटामिन युक्त भोजन करने की सलाह दी जाती है। हालांकि भारत की आबादी शाकाहारी है और अपने खाने-पीने के तरीके पर भी ध्यान नहीं देती जिस वजह से उनमें विटामिन B12 की कमी होने का खतरा ज्यादा होता है। इसके अलावा छोटी आंत के कमजोर होने और ज्यादा इम्युनिटी न होने की वजह से भी लोगों में इस विटामिन की कमी हो जाती है जिससे अनेमिया होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
विटामिन B12 की कमी के लक्षण- इस विटामिन के कमी होने के लक्षण काफी आम हैं जिस वजह से कई बार इसकी पहचान नहीं हो पाती। अगर आपके शरीर में लगातार ऊर्जा की कमी रहती हो या फिर किसी हिस्से में आपको अचानक झनझनाहट महसूस हो तो सतर्क हो जाना चाहिए। आंखों के आगे अंधेरा छाना, थकान रहना, चिड़चिड़ापन, त्वचा के रंग का फीका पड़ना ये सभी विटामिन B12 की कमी के वजह से भी हो सकते हैं। मुंह में बार-बार छाले होना भी भी इस विटामिन की कमी की ओर संकेत करता है। थकान और बातें भूलना भी विटामिन B12 के लक्षण में गिने जाते हैं।
क्या है इसका उपाय- समय रहते इसका इलाज नहीं होने पर लोगों के नर्व सेल्स डैमेज हो सकते हैं। वहीं, इस विटामिन की कमी से डिमेंशिया और स्ट्रोक होने की संभावना भी बढ़ जाती है। गर्भवती महिलाओं में भी इस विटामिन का होना जरूरी है। ऐसे में ये जानना बेहद जरूरी है कि शरीर में इस विटामिन की पूर्ति कैसे की जाए। यह विटामिन अंडा, मटन और मछली जैसे मांसाहारी खाने में पाया जाता है। वहीं, शाकाहारी लोगों के लिए दूध, चीज और दही विटामिन B12 के बेहतर स्रोत हो सकते हैं। इसके अलावा सोया में भी ये विटामिन पाया जाता है। लोग डॉक्टर से पूछकर विटामिन B12 के सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं। मॉर्निंग वॉक, योगा और ध्यान करने से भी विटामिन B12 के कमी की संभावना कम हो जाती है।