स्पाइन जिसे रीढ़ की हड्डी भी कहा जाता है, ये वो हड्डी है जिसके सहारा हमारी पूरी बॉडी स्थिर रहती है। ये हड्डी लचीली होती है जिसकी मदद से हम शरीर को विभिन्न दिशाओं में मोड़ने और घुमाने में कामयाब होते हैं। स्पाइन मस्तिष्क और रीढ़ की नर्व्स को सुरक्षा प्रदान करती है। यह एक मजबूत और सुरक्षित संरचना होती है। बॉडी को कंट्रोल करने वाली इस हड्डी का ध्यान रखना जरूरी है। कई बार इस हड्डी में किसी तरह की कोई चोट लग जाती है तो वो आसानी से ठीक नहीं होती।

रीढ़ की हड्डी में इंज्यूरी मामूली और गंभीर दोनों तरह की हो सकती है। कई बार हल्का सा गिरने से भी रीढ़ की हड्डी में चोट आ जाती है जिसे आसानी से रिकवर करना आसान नहीं होता। रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट लगने से पैरालिसिस की भी परेशानी हो सकती है।

SRIAAS Paralysis India में डॉक्टर पुरु धवन ने बताया कि स्पाइनल कॉर्ड गर्दन से लेकर कमर के नीचे तक रहती है। अगर गर्दन पर कहीं चोट आ जाए तो उससे हाथ और पैर दोनों काम करना बंद कर देते हैं। स्पाइनल एक ऐसी जगह है जहां रिकवरी होना बेहद जरूरी है। अगर आपको स्पाइन प्रॉब्लम है या स्पाइन की सर्जरी कराई है तो आप तुरंत अपनी बॉडी पर ध्यान देना शुरू कर दें वरना आपकी परेशानी जिंदगी भर ऐसी ही रह सकती है। इस दौरान हमारी डाइट का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। इस परेशानी में अंडा और मछली दोनों सुपरफूड है जो रिकवरी को फास्ट करते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि स्पाइन में इंज्यूरी होने पर किन बातों का रखें ध्यान कि रिकवरी हो जाए फास्ट।

  1. स्पाइन रिकवरी के लिए आराम है जरूरी। स्पाइनल में चोट आ गई है और जल्दी रिकवरी चाहते हैं तो आप पूरी तरह आराम करें। अपनी रोजाना की गतिविधियों को सीमित करें। भारी सामान उठाने से परहेज करें। झटके से उठना-बैठना बंद करें।
  2. आइस पैक से सिकाई करें। स्पाइन में इंज्युरी होने पर आप डॉक्टर की सलाह के मुताबिक चोट पर आइस पैक या हीटिंग पैड से सिकाई करें। यह सूजन और दर्द को कम करने में मदद करेगा। 15-20 मिनट तक सिकाई करें और फिर थोड़ी देर ब्रेक लें आपकी रिकवरी फास्ट होगी। चोट लगने के 48 घंटों के बाद गर्म पैक का इस्तेमाल करें। यह मांसपेशियों को रिलैक्स करने में मदद करेगा।
  3. दर्द को दूर करने वाली दवाएं खाएं। ओवर-द-काउंटर दवाएं खाएं जो दर्द और सूजन को कम करने में मदद करें।
  4. पॉश्चर का ध्यान रखें। बैठते और खड़े होते समय सही पॉश्चर का ध्यान रखें। अगर आप कुर्सी पर बैठते हैं तो पीठ को सीधा रखें और कुर्सी का सहारा लेकर बैठें।
  5. हल्की मालिश करें। हल्की मालिश करने से मांसपेशियां मजबूत होती है और मांसपेशियों की स्टिफनेस कम होती है जिससे दर्द से राहत मिलती है।
  6. बॉडी को हाइड्रेट रखें। बॉडी को हाइड्रेट रखकर आप स्पाइनल से जुड़ी परेशानी का इलाज कर सकते हैं। पर्याप्त पानी पीने से शरीर की रिहाइड्रेशन बनी रहती है।
  7. सोने की स्थिति का ध्यान रखें। सोने की स्थिति का ध्यान रखें। आप जिस गद्दे पर सो रहे हैं और जिस तकिए का इस्तेमाल कर रहे हैं वो आपकी रीढ़ की हड्डी को सपोर्ट करें। अगर आप ज्यादा दर्द महसूस करते हैं या फिर सुन्नता,कमजोरी और पैरों में दर्द महसूस करते हैं तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
  8. स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज कीजिए। आप चाहते हैं कि स्पाइन की रिकवरी जल्दी हो तो आप कुछ स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज कीजिए।

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