हर कोई हमेशा फिट और हेल्दी रहना चाहता है, लेकिन हमारे शरीर में कुछ ऐसी चीजें हैं, जिनके ऊपर-नीचे होने से कई स्वास्थ्य समस्या शुरू हो जाती है। ऐसे ही शरीर में कोलेस्ट्रॉल का होना बहुत जरूरी है, लेकिन कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने से कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। गंदा कोलेस्ट्रॉल हमारे नसों में जमने लगता है, जिससे खून का बहाव बाधित होता है। जिसके चलते खून शरीर के हर हिस्से तक सही तरह से नहीं पहुंच पाता और कई हेल्थ इश्यू होने शुरू हो जाते हैं।

दालचीनी की चाय के फायदे

शरीर में कोलेस्टॉल का स्तर बढ़ने से दर्द रहने लगता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। कोलेस्टॉल को कंट्रोल करना बहुत ही आवश्यक हो जाता है। ऐसे में कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए दालचीनी की चाय बहुत ही असरदार हो सकती है। दालचीनी को एक प्रभावी आयुर्वेदिक औषधि माना जाता है, ये अपने औषधीय गुणों के कारण कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद करती है। दालचीनी की चाय में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और लिपिड-लोअरिंग गुण होते हैं, जो दिल और रक्तवाहिकाओं के लिए फायदेमंद होते हैं।

नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी के रिसर्च के अनुसार, दालचीनी में सिनामेल्डिहाइड की मात्रा अधिक होती है, इसलिए इसका उपयोग सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। दालचीनी के रोजाना सेवन से याददाश्त को बढ़ाया जा सकता है। इसके अलावा इसमें मौजूद यौगिक मेटाबॉल्जिम को भी बूस्ट करते हैं।

एलडीएल (खराब कोलेस्ट्रॉल) को कम करना

दालचीनी में सिनामाल्डिहाइड और अन्य सक्रिय यौगिक होते हैं, जो रक्त में खराब कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) के स्तर को कम करते हैं। यह कोलेस्ट्रॉल जमने से रक्तवाहिकाओं को साफ रखता है।

एचडीएल (अच्छा कोलेस्ट्रॉल) को बढ़ाना

नियमित रूप से दालचीनी की चाय का सेवन करने से अच्छे कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल) का स्तर बढ़ता है, जो हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करता है।

ट्राइग्लिसराइड्स को कम करना

दालचीनी का चाय में सेवन रक्त में ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को कम करता है, जो हृदय रोगों के प्रमुख कारणों में से एक है।

दालचीनी की चाय बनाने की विधि

  • एक कप पानी को उबालें।
  • उसमें आधा चम्मच दालचीनी पाउडर या एक इंच की दालचीनी की छड़ी डालें।
  • इसे 5-7 मिनट तक धीमी आंच पर पकाएं।
  • चाय को छानकर, उसमें थोड़ा सा शहद मिलाएं और गुनगुना पीएं।

दालचीनी की चाय के अन्य लाभ

  • यह मेटाबॉलिज्म को तेज करती है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है।
  • रक्तचाप को नियंत्रित करती है।
  • ब्लड शुगर के स्तर को संतुलित रखती है, जो मधुमेह के रोगियों के लिए फायदेमंद है।

सावधानियां

  • दालचीनी की अधिक मात्रा नुकसानदायक हो सकती है। दिन में 1-2 कप चाय का ही सेवन करें।
  • गर्भवती महिलाएं या जिन्हें रक्तस्राव की समस्या हो, उन्हें इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

दालचीनी की चाय एक सरल, प्राकृतिक और प्रभावी उपाय है, जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के साथ-साथ हृदय स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाती है। नियमित सेवन के साथ संतुलित आहार और व्यायाम से आपको लंबे समय तक स्वस्थ रहने में मदद मिलेगी।

इसके अलावा कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए शलजम का सेवन किया जा सकता है। शलजम में पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो रक्तचाप यानी ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करते हैं और हृदय को स्वस्थ रखते हैं। यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी संतुलित करता है।