खराब डाइट, बिगड़ती दिनचर्या और कम पानी पीने की आदत आज के समय में यूरिक एसिड बढ़ने की सबसे बड़ी वजहें बन चुकी हैं। जब शरीर प्यूरिन (Purine) नामक तत्वों को तोड़ता है, जो मांस, दालों, समुद्री भोजन, मशरूम और कुछ सब्जियों में पाए जाते हैं जो ब्लड में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता है। हेल्दी किडनी इस यूरिक एसिड को फिल्टर करके पेशाब (यूरीन) के जरिए शरीर से बाहर निकाल देती है। लेकिन जब किडनी की कार्यक्षमता कम हो जाती है, या फिर डाइट में प्यूरिन युक्त चीजों का अत्यधिक सेवन करते हैं तो शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने लगती है। इस स्थिति को हाइपरयूरिसीमिया (Hyperuricemia) कहा जाता है।
अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो बढ़ा हुआ यूरिक एसिड जोड़ों में क्रिस्टल बनाकर जमा होने लगता है, जिससे दर्द, सूजन और जोड़ों में रेडनेस होती है जिसे आमतौर पर गठिया (Gout) कहा जाता है। इसके अलावा अधिक यूरिक एसिड किडनी स्टोन, हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट डिजीज जैसी गंभीर समस्याओं का कारण भी बन सकता है। यूरिक एसिड को नेचुरल तरीके से कंट्रोल करने के लिए बॉडी को हाइड्रेट करना बेहद जरूरी है।
आयुर्वेद के मुताबिक पानी का सेवन यूरिक एसिड के क्रिस्टल को तोड़कर उन्हें जोड़ों से बाहर निकाल देता है। निर्जलीकरण की स्थिति जोड़ों में यूरिक एसिड के क्रिस्टलीकरण को बढ़ावा देती है, जिससे गाउट अटैक का खतरा रहता है। पानी का अधिक सेवन करने से किडनी बॉडी में बनने वाले यूरिक एसिड को आसानी से बाहर निकाल देती है। अब सवाल ये उठता है कि आखिर यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए हाइड्रेशन क्यों जरूरी है? कितना पानी पीने से किडनी हेल्दी रहती है?
क्यों जरूरी है हाइड्रेशन (Hydration)
पानी शरीर का नेचुरल डिटॉक्सिफायर है। यह यूरिक एसिड को घोलकर आसानी से पेशाब के जरिए बाहर निकालने में मदद करता है। जब शरीर में तरल पदार्थ कम होता है तो खून में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है और यह जोड़ों या किडनी में क्रिस्टल बनाता है। इसलिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना किडनी और यूरिक एसिड दोनों के लिए जरूरी है।
एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं
चाइनीज सेंटर फॉर डिज़ीज़ कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक गठिया या हाई यूरिक एसिड वाले मरीजों को रोजाना 2 से 3 लीटर पानी पीना चाहिए। जर्नल ऑफ नेफ्रोलॉजी में प्रकाशित एक स्टडी बताती है कि ज्यादा पानी पीने से यूरिक एसिड के क्रिस्टल बनने की संभावना कम होती है, जिससे किडनी स्टोन का खतरा घटता है। नेशनल किडनी फाउंडेशन का कहना है कि शरीर को हाइड्रेट रखना गाउट (Gout) और यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल करने का सबसे आसान तरीका है।
कितना पानी पीना है सही
Harvard Health के अनुसार यूरिक एसिड कंट्रोल करने के लिए महिलाओं को दिनभर में 11.5 कप यानी लगभग 2.7 लीटर पानी पीना जरूरी है। पुरुषों को 15.5 कप यानी लगभग 3.7 लीटर पानी की जरूरत होती है। एक साथ बहुत ज्यादा पानी पीने के बजाय दिनभर थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पानी पीना ज्यादा फायदेमंद होता है। सुबह खाली पेट गुनगुना पानी पीने से किडनी एक्टिव होती है और डिटॉक्स प्रोसेस शुरू हो जाता है।
यूरिक एसिड कंट्रोल करने के लिए हाइड्रेशन के हेल्दी तरीके
- पानी में नींबू, खीरा या पुदीना मिलाकर पिएं, ये हल्के अल्कलाइन प्रभाव देते हैं और यूरिक एसिड कंट्रोल करते हैं।
- नारियल पानी इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखता है।
- हर्बल टी जैसे नेटल, ग्रीन टी या डैंडेलियन शरीर से टॉक्सिन्स निकालने में मदद करती है।
- शुगर वाले ड्रिंक्स और अल्कोहल से बचें ये डिहाइड्रेशन और यूरिक एसिड बढ़ाते हैं।
लाइफस्टाइल टिप्स
सिर्फ पानी पीना ही काफी नहीं है आप यूरिक एसिड कंट्रोल करने के लिए संतुलित डाइट और हल्की फिजिकल एक्टिविटी जैसे वॉक, योग या स्ट्रेचिंग भी जरूर करें। विटामिन C से भरपूर फल जैसे आंवला, अमरूद, संतरा और चेरी यूरिक एसिड कम करने में मदद करते हैं।
सर्दी में इन फूड्स को खाएंगे तो बलगम से भर जाएगी छाती, डॉक्टर ने कहा तुरंत बचें वरना बढ़ सकता है निमोनिया, पूरी जानकारी हासिल करने के लिए लिंक पर क्लिक करें।
